कुछ महीने पहले मैंने छोटे बच्चों और शिशुओं के लिए सूखे मेवे का पाउडर(sukhe meve ke powder) बनाने की विधि ढूँढने की कोशिश करी, कुछ कोशिश करी लेकिन संतोषजनक परिणाम नहीं मिला । मैंने कुछ चीजें बनाने की भी कोशिश करी लेकिन वो बहुत स्वाद जनक नहीं थीं, लेकिन जब जायफल के साथ इसे बनाया तो यह बहुत अच्छी बनी।
छोटे बच्चों और शिशुओं के लिए जायफल वजन बढ़ाने और रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने वाला सबसे अच्छा भोजन है। इसका पाउडर बना कर शिशु, छोटे और सभी उम्र के बच्चों को दिया जा सकता है।
छोटे बच्चों के लिए घर पर सूखे मेवों का पाउडर बनाने की विधि sukhe meve ke powder
सामग्री :
- 100 ग्राम बादाम
- 100 ग्राम पिस्ता
- 100 ग्राम काजू
- ½ चम्मच केसर के धागे1 चम्मच जायफल का पाउडर (घिस कर बनाएँ )
- ½ चम्मच हल्दी पाउडर (ऐच्छिक)
विधि :
1. बादाम, काजू और पिस्ता को सूखा भून लें ।
2. एक बर्तन में केसर के धागों को हल्का गहरा होने तक गरम कर लें और उसके बाद गैस बंद कर दें।
3. जायफल को घिस कर पाउडर बना लें ।
4. सभी मेवों को मिक्सी में पीस कर पाउडर बना लें । इसमें अब जायफल पाउडर और हल्दी पाउडर भी मिला लें और एक बार और मिक्सी चला दें।
5. यह ध्यान रखें की मिक्सी को अधिक देर तक न चलाएं नहीं तो मेवे तेल छोड़ देंगे।
6. इस पाउडर को बहुत सूखा होने की उम्मीद न करें । मेवों में तेल होने के कारण यह पाउडर थोड़ा चिपचिपा होगा।
7. इस पाउडर को हवा बन्द डिब्बे में बंद करके फ्रीज में रख दें । इसे आप एक महीने तक सम्हाल कर रख सकतीं हैं।
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सूखे मेवे के पाउडर को कैसे इस्तेमाल करें ?
बहुत छोटे बच्चों को कैसे दें :
1. आठ महीने से ऊपर के बच्चों को सूखे मेवे के पाउडर को दिया जा सकता है।
2. तीन दिन वाले नियम का पालन करते हुए , ¼ चम्मच सूखे मेवे पाउडर को दलिये में मिला दें और अगले दिन भी इतना ही मिलाये और उसके बाद आधा चम्मच पाउडर बढ़ा दें।
3. सूखे मेवे पाउडर को दलिया , चीला , रोटी या किसी मीठी चीज में मिला कर दिया जा सकता है।
थोड़े बढ़े बच्चों को कैसे दें :
- इसे थोड़े बड़े बच्चों को दूध में मिला कर दिया जा सकता है। यह एक अच्छा शक्तिदायक पेय हो सकता है।
- बच्चों के लिए 2 या 3 चम्मच पाउडर गरम या ठंडे दूध में मिला कर दिया जा सकता है।
पौष्टिकता कितनी है
आइये देखते हैं इन सूखे मेवों में कितनी पौष्टिकता है :
बादाम:
- इनको लेने से मस्तिष्क का विकास होता है
- बादाम खाने से न केवल हड्डियों का वृद्धि और विकास होता है बल्कि ये फ़ोस्फोरस, विटामिन्स और खनिजों से भरपूर होते हैं
- बादाम शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता में भी सुधार करते हैं
- इनसे बच्चों की त्वचा में भी चमक आती है
- ये बच्चों के शरीर में एंटी इन्फ़्लामेटरी के रूप में भी काम करते हैं
काजू :
- काजू में कॉपर, मेगनेशियम,कैल्शियम, पोटेशियम और ज़िंक बहुत अधिक मात्रा में होते हैं;
- इनको लेने से शरीर की मांसपेशियों, नसों और हड्डियों का विकास अच्छी प्रकार से होता है;
- शरीर में खून की कमी को होने से रोकते हैं ;
- रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाने के लिए उपयुक्त भोज्य;
पिस्ता :
- बच्चों की त्वचा को सूखने से बचाते हैं;
- फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है;
- अच्छे एंटी-ऑक्सीडेंट के रूप में काम करते हैं;
केसर :
- विटामिन सी, लोहा और मेग्नीशियम की मात्रा बहुत अधिक होती है ;
जायफल:
- पचाने में बहुत आसान;
- बच्चों की त्वचा को चमकदार आसानी से बनाया जा सकता है;
- बच्चों को अच्छी नींद सुलाने में सहायक होते हैं ;
हल्दी :
- यह एक प्राकृतिक एंटी-सेप्टिक है ;
- खांसी-जुकाम को दूर करने में बहुत प्रभावशाली है;
- यह एक शक्तिशाली एंटी-इन्फ़्लामेटरी तत्व भी है;
बनाने का समय : 15 मिनट
पकाने का समय : 30 मिनट
कुल समय : 45 मिनट
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