एवोकाडो वो फल है जिसे भारत में कुछ ही समय पहले, हैल्थ मेग्ज़िन और अंतर्राष्ट्रीय व्यंजनों के कारण पहचान और प्रसिद्धि मिली है। जैसा की आप जानतीं ही हैं की एवाकादो का जन्म वास्तव में भारत में नहीं हुआ है, बल्कि इसे केन्द्रीय अमेरिका में पैदा हुआ फल माना जाता है, लेकिन यह पूरे विश्व में बहुतायत से पाया जाने वाला फल भी है। एवोकाडो से होने वाले बहुत सारे स्वास्थ्यवर्धक लाभों के कारण भारत में इसका प्रयोग मिल्कशेक और सलाद के रूप में किया जाता है। इस फल के इतने लाभों के कारण ही बहुत सारी माँ यह सोचती हैं की क्यूँ ज इतने लाभदायक फल को अपने नन्हें शिशु भी देकर उसे इस फल के लाभ पहुँचने का प्रयास किया जाये और इसी कारण मुझे यह प्रश्न मिलता है की -क्या मैं अपने बच्चे को एवोकाडो दे सकती हूँ ?
क्या मैं अपने बच्चे को एवोकाडो दे सकती हूँ ?
एवोकाडो के स्वास्थ्यकारी लाभों को देखते हुए प्रत्येक माँ यह सोचती है कैसे इन लाभों को अपने बच्चे तक पहुंचा सकतीं हैं…. तो उत्तर है… जी हाँ, आप दे सकतीं हैं, बल्कि आपको देना ही चाहिए. !
जब बच्चा छह माह का हो जाता है तो आप उसे एवोकाडो देना शुरू कर सकतीं हैं। पके हुए इस फल का क्रीम और मक्खन जैसा स्वाद बच्चे के लिए ठोस आहार एक रूप में एक सही और पर्याप्त शुरुआती भोजन सिद्ध हो सकता है। इसका स्वाद रहित होना भी अधिकतर बच्चों के लिए स्वादिष्ट सिद्ध होता है। कुछ बच्चों में एवाकादो एलर्जी उत्पन्न कर सकता है, इसलिए इसको देते समय तीन दिन वाले नियम का पालन करना ज़रूरी है। यदि आपके परिवार में पेड़-पौधों के पराग कण या दूध और दूध से बनी चीजों से एलर्जी है तो बच्चे को एवाकादो शुरू करने से पूर्व आपको अपने डॉक्टर से सलाह ले लेनी चाहिए।
एवोकाडो के स्वास्थ्यवर्धक लाभ:
- इसमें हेल्दी फैट होती है जो मस्तिष्क के सही विकास के लिए बहुत ज़रूरी होती है।
- एवाकादो में विटामिन बी, सी, ई और के की भरपूर मात्रा होती है।
- इस फल में ज़रूरी खनिज जैसे पोटेशियम, कैल्शियम, ज़िंक और आयरन आदि होते हैं।
- एवाकादो में बड़ी मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट और कैरोटिनोयड्स भी होते हैं।
- इस फल में एंटी इन्फ़्लामेटरी गुण होने के कारण शरीर में एलर्जी से बचाव भी हो जाता है।
एवोकाडो कैसे खरीदें?
एवाकादो को भारत के कुछ हिस्सों में मक्खन फल के नाम से भी जाना जाता है.। यह फल देश के विभिन्न हिस्सों में बड़े सुपर मार्केट या फूड स्टोर में मिल जाता है। इस फल का आकार नाशपाती के आकार जैसा होता है और प्रारम्भिक दौर में यह हरे रंग का होता है लेकिन जैसे-जैसे पक जाता है, इसका रंग भूरा होता जाता है। एक अच्छी तरह से पका हुआ एवाकादो ऊपर से हल्के हरे रंग का होता है और अंदर बीज़ की ओर से लगभग पीला होता है.।
एवोकाडो के स्वास्थ्यकारी लाभों को देखते हुए प्रत्येक माँ यह सोचती है की क्या वो इन लाभों को एवाकादो के माध्यम से अपने बच्चे तक पहुंचा सकतीं हैं…. तो उत्तर है… जी हाँ, आप दे सकतीं हैं, बल्कि आपको देना चाहिए !
जब आप एवाकादो खरीदने जाएँ तो एक गहरे हरे रंग के फल का चयन करना चाहिए क्यूंकी गहरे भूरे रंग का फल बहुत अधिक पका हुआ होता है। अधिक जाँचने के लिए आप फल को थोड़ा सा दबा कर देखें तो आप पाएँगी की एक अच्छा एवाकादो ठोस तो होगा, लेकिन सख्त नहीं होगा।
जब आप बच्चे को एवोकाडो देना चाहें तो उसके लिए पहले उसे एक मेज़ पर हल्के गोल करके घूमा दें, इससे इसका छिलका अंदर के गूदे से अलग करने में मदद मिलेगी। या फिर आप इसे दो हिस्सों में आधा करके काट लें और एक चम्मच की सहायता से इसके गूदे को छिलके से बाहर निकाल लें। इस फल की सबसे अच्छी बात यह है की इसे बच्चे को खिलाने के लिए पकाने की जरूरत नहीं होती है। केले की भांति इसे भी आप बच्चे को यूं ही दे सकतीं हैं। इसका अपना कोई स्वाद नहीं होता है इसलिए इसे आप बच्चे को किसी भी भोजन के साथ मिला कर दे सकतीं हैं। आइये आपको वो और विभिन्न तरीके बताएं जिनके रूप में आप एवाकादो बच्चे को दे सकतीं हैं।
- एवोकाडो प्यूरि – आप एवाकादो के गूदे की प्यूरि बना सकतीं हैं या फिर इसे किसी भी खाने की चीज के साथ मिला कर दे सकतीं हैं। एवाकादो को आप केले, आम,आडू, सेब या चिकन के साथ मिला कर भी दे सकतीं हैं।
- एवोकाडो स्मूदी – घर के बने दही में एवाकादो को अच्छी तरह से मिला कर आप इसकी स्मूदी भी बना सकतीं है जो छोटे बच्चों को पसंद आ सकती है। इसमें आप स्तन का दूध भी मिला सकतीं हैं।
- एवोकाडो पासता/ चावल – आप बिलकुल नरम होने तक, बिना नमक वाले पासता या चावल बनाएँ और उसमें मसला हुआ एवाकादो मिला दें। जो बच्चे अपने आप आहार लेना सीख रहे हैं, उनके लिए यह सर्वश्रेष्ट आहार है।
- एवोकाडो फ्रूट सलाद – पके हुए अवाकाड़ों के गूदे को अच्छी तरह से काट कर इसे अन्य कटे हुए फलों जैसे केला, पपीता, कीवी, और आम के साथ मिला कर फ्रूट सलाद बना लें और थोड़े बड़े बच्चों को अपने आप खाने के लिए दे दें।
- एवोकाडो सूप – घर में बने वेजीटेबल स्टॉक को गरम करके उसे थोड़ा सा मसला हुआ एवाकादो मिला दें और अच्छी तरह तक मिलने तक चलाते रहें। पानी या स्तन के दूध से उसको इच्छानुसार गाढ़ा या पतला कर सकते हैं।
तो इसलिए अगली बार जब भी आप कहीं अच्छा पका हुआ एवोकाडो देखें तो आपको परेशान होकर यह सोचने की ज़रूरत नहीं है की “क्या मैं अपने बच्चे को एवोकाडो दे सकतीं हूँ ”। यह लेख पढ़ने के बाद अब आप जानतीं है की आप अपने बच्चे को एवाकादो दे सकतीं हैं और वो भी अनेक प्रकार से और इस तरह से आप देखेंगी की यह आपके बच्चे का मनपसंद भोजन बन गया है।
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