अधिकतर छोटे बच्चे (कुछ वयस्क जो बच्चे होते हैं ?) कद्दू को अपनी पसंद की सूची से बाहर रखते हैं। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं की उत्तर भारत में घर में उत्सव होने पर पूरी के साथ खट्टे-मीठे कद्दू की ही सब्जी को स्वाद से खाया जाता है। स्वाद से भरपूर होने के साथ ही कद्दू में विटामिन सी की प्रचुर मात्रा और अनेक पोषण तत्व भी होते हैं। छोटे बच्चों की माँ के लिए यह भी एक अच्छी बात है की कद्दू दूध छुड़ाने वाले भोजन में सबसे अधिक पौष्टिक भोजन माना जाता है। इसलिए बच्चों के लिए कद्दू की प्यूरी एक आदर्श पहला भोजन माना जाता है।
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जब मेरा बेटा छह माह का था, मैंने तब उसको कद्दू की प्युरी बना कर दी थी जिसे उसने इतना अधिक पसंद किया की अब यह उसका पसंदीदा भोजन बन गयी है। बच्चों के लिए पौष्टिक होंने के साथ ही कद्दू की प्युरी अन्य विभिन्न भोजन, जैसे खिचड़ी, पाई, कुकीज़, केक आदि के साथ भी मिलाई जा सकती है।
कोई भी नया भोजन बच्चे को देने से पहले तीन दिन वाले नियम का पालन अवश्य करें ।
मैं छोटे बच्चे को कद्दू कब दे सकती हूँ?
जब आपका बच्चा छह माह का हो जाता है तो आप उसे कद्दू को भोजन के रूप में दे सकतीं हैं।
बच्चों के लिए कद्दू के पौष्टिक लाभ
- कद्दू में पौष्टिक फाइबर की मात्रा अधिक होने के कारण यह बच्चों में कब्ज होने से रोकता है।
- मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता का निर्माण करता है।
- एंटी बैक्टीरियल गुणों के कारण यह पेट के कीड़ों का नाश करने में सहायक होता है।
- कद्दू एंटीओक्सीडेंट से भरपूर होता है।
छोटे बच्चों के लिए उपयुक्त कद्दू का चयन कैसे करें
छोटे बच्चों के लिए कद्दू की प्यूरि बनाने के लिए कद्दू का चयन करते समय इस बात का ध्यान रखें की कद्दू की सतह बाहर से ठोस तो हो, लेकिन अधिक पका हुआ न हो। यदि कटा हुआ कद्दू ले रहीं हों तो कद्दू के टुकड़े गहरे नारंगी रंग के होने चाहिए।
छोटे बच्चों के लिए कद्दू प्युरी कैसे बनाएँ
- साबुत कद्दू में से इच्छानुसार बड़े टुकड़े काट लें।
- बड़े टुकड़ों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।
- कद्दू को भाप में पकाया जा सकता है या चाहें तो इसे बेक भी किया जा सकता है। बच्चों के लिए पकाते समय भाप द्वारा पकाया जाना अच्छा माना जाता है।
- इसके लिए कद्दू के छोटे टुकड़ों को एक कप में ले लें और इस कप या कटोरी को एक आधे पानी से भरे प्रेशर कुकर में रख दें।
- प्रेशर कुकर को धीमी आंच रखते हुए गैस पर रख दें।
- एक सीटी आने के बाद कुकर को गैस से हटा दें और ठंडा होने दें।
- कुकर में रखीं कटोरी को चिमटे की सहायता से बाहर निकाल लें।
- उबले हुए कद्दू को अब मैंशर की सहायता से या हाथ से ही मसल लें।
- यदि आप चाहें तो इसे मिक्सी में चला कर ब्लेन्ड भी कर सकतीं हैं।
- यदि आपको यह प्युरी थोड़ी गाढ़ी लगे तो इसमें थोड़ा सा डिब्बे का दूध या स्तन का दूध मिलाकर पतला भी किया जा सकता है।
- “आपके बच्चे के लिए कद्दू की प्युरी तैयार है”
पोषण मूल्य :
- 100 ग्राम कद्दू में 26 कैलोरी कैल्शियम होता है
- यह पोषक फाइबर, एंटीओक्सीडेंट, खनिज और विटामिन ए, सी और ई से भरपूर होता है।
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3 days vaala rule konsa hai ..
Hi Anjali, appko 3 day rule bachon ko naya khana khilane ke liye madaadgar ho saktha hain,
3 दिन नियम धीरे-धीरे नए खाद्य पदार्थों का परिचय दें ताकि भोजन से एलर्जी का पता चले
पहले दिन, दिन में एक बार एक चमच दें।
दूसरे दिन, दिन में २ बार २ चम्मच दे।
उसे ही तीसरे दिन को दिन में २ बार 3 चम्मच दे।
1 चम्मच लगभग 15 मिलीलीटर के बराबर है, इसलिए 3 दिनों के अंत तक आप 90 मिलीलीटर दे चुके होंगे।