मुझे अभी तक अपना बचपन याद है जब मेरी माँ हर शनिवार, बिना भूले, पूरे सप्ताह तक एकत्रित किए मलाई से घी को बनाया करतीं थीं। उस दिन शाम तक नए बने घी में भुनी हुई ड्रम स्टिक की खुशबू से घर महक जाता था और यह याद करके मुझे आज भी भूख लग आती है !
अपनी शादी के बाद मैंने अपने घर में कभी घी नहीं बनाया , लेकिन फिर भी मैं हमेशा मलाई इकट्ठी करके रखती थी। जब भी कभी मेरी माँ या सासु माँ मेरे पास आतीं थीं, तो वो उस मलाई से मेरे लिए घी बनाया करतीं थीं। मैं आज भी हैरान होती हूँ, की वो इस उम्र में भी घी इतनी फुर्ती से बनतीं थीं, की जब तक मैं घी बनाने की पिक्चर लेने की तैयारी करती थी, तब तक घी बनकर तैयार हो जाता था। इसलिए इस बार मैंने अपनी सासु माँ से पहले से ही कहा की मैं यह सारी विधि को लिखना और तस्वीरें लेना चाहती हूँ तो उन्होनें मुसकुराते हुए मेरी यह इच्छा पूरी करी और घी बनाने की विधि की तस्वीरें मैं ले सकी।
क्या मैं अपने बच्चे को घी दे सकती हूँ ?
जब आपका नन्हा शिशु छह माह का हो जाता है तो आप उसे घी दे सकतीं हैं। भारत के कुछ स्थानों में बच्चे को घी भरा चम्मच देने की प्रक्रिया को समारोह के रूप में मनाने की प्रथा भी है। यह तो सच है की घर के बने घी के अनेक लाभ हैं लेकिन फिर भी इसका प्रयोग एक सीमा के अंदर ही किया जाना चाहिए क्यूंकी अधिक मात्रा में दिये जाने से इसका सेहत पर विपरीत असर भी हो सकता है।
जब आपका नन्हा शिशु छह माह का हो जाये तब आप आधा चम्मच घी से शुरुआत कर सकतीं हैं और बच्चे की एक वर्ष की आयु होने तक इसकी मात्रा बढ़ा कर आप 1-2 चम्मच कर सकतीं हैं।
छोटे बच्चों के लिए घर में सरलता से घी कैसे बनाएँ-bachon ke liye ghee recipe
सामग्री
- मक्खन – घर का बना मक्खन या आप चाहें तो बाज़ार से भी ला सकतीं हैं (मैं हमेशा आविन मक्खन का इस्तेमाल करती थी)
- ड्रमस्टिक्स के पत्ते या करी पत्ता
- थोड़ा सा रॉक साल्ट
विधि
- फ्रिज में से मक्खन निकाल कर इसे कमरे के सामान्य तापमान तक नर्म होने दें। इसमे 15-20 मिनट लग सकता है। अब इसे छोटे टुकड़ों में काट लें।
- अब एक कढ़ाई गरम करें उसमें मक्खन के टुकड़े डालकर धीमी आंच पर गरम करें।
- जल्द ही मक्खन गरम हो जाएगा और उसमें बबूले उठने शुरू हो जाएँगे और एक तरल पदार्थ के रूप में ऊपर उठना शुरू हो जाएगा। अब इसके बाद गैस बिलकुल धीमा कर दें और मक्खन को ऐसे ही धीमे-धीमे पकने दें। अब इसका रंग भी बदलकर हल्का भूरा होना शुरू हो जाएगा।
- अब इसमें नमक, करी पत्ते या ड्रमस्टिक मिला दें। गैस बंद कर दें। यह देखने के लिए की घी बन गया है या नहीं, इसमें कुछ बूंदें पानी की डाल कर देखें, यह घी में चटकना शुरू कर दें, इसका मतलब की घी तैयार है।
- तैयार घी को एक साफ और सूखे शीशे के जार में भर लें, इससे पहले यह देख लें की शीशी बिलकुल साफ हो। जार में घी को भरते समय यदि आप चाहें तो मलमल के कपड़े से इसे छान लें।
आप देखेंगी की तैयार घी हल्का भूरा बना होगा। जब अगले दिन तक यह पूरी तरह से जम जाएगा तो इसका रंग पीला हो जाएगा।
घर में घी को बनाना बहुत सरल कार्य है और साथ ही यह छोटे बच्चों के खाने के लिए सुरक्शित भी है क्यूंकी इसको बनाने के लिए किसी प्रकार के प्रिजरवेटिव का प्रयोग नहीं किया गया है। आप भी एक बार जब घर में बने घी का स्वाद चख लेंगी तो फिर कभी भी बाज़ार का घी लाना पसंद नहीं करेंगी ।
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