ऐसे कुछ ही लोग होंगे जिन्हें मशरूम पसंद नहीं होगा. आखिरकार कोई कैसे फ्लेशी, स्पॉन्जी और जूसी टेस्ट वाले मशरूम को नापसंद कर सकता है और अगर आप शाकाहारी हैं या फिलहाल डायट पर हैं तो मशरूम आपके लिए परफेक्ट है क्योंकि यह किसी भी प्लेन रेसिपी को स्वादिष्ट बना देता है. मशरूम इतने मशहूर हैं कि अक्सर माता पिता ये सवाल करते हैं कि क्या मैं अपने शिशु को मशरूम दे सकती हूं?
मशरूम वास्तव में जमीन या अन्य सतहों पर कवक से निकलते हैं – यहां तक कि ठोस! इस वजह से न तो शाकाहारी है और न ही मांसाहारी- या शायद यह दोनों है. सामान्य आकार में एक स्टेम और एक टोपी शामिल है, हालांकि आकार व्यापक रूप से भिन्न होता है. ऊपर की तरफ कैप को देखते हुए मशरूम के गिल्स बताते हैं. सभी मशरूम खाद्य नहीं होते. कुछ विषाक्त होते हैं तो कुछ घातक भी होते हैं और कुछ में दवाओं के समान प्रभाव-परिवर्तन वाले प्रभाव होते हैं.
मशरूम का क्विर्की आकार उन्हें कहानियों और कथाओं में विशेष स्थान देते हैं. मिट्टी में विकसीत होने वाले इन मशरूम के ऊपरी गोलाकार को देख कुछ लोगों ने मिथक को जन्म दिया. जिसके मुताबिक मशरूम का यह आकार नृत्य करने वाली परी के कारण होता है और इस कारण इसका नाम फेयरी रिंग्स रख दिया गया. एक अन्य कथा में कहा गया है कि मिस्र के फिरौन मशरूम से इतना प्यार करते थे कि इसे शाही भोजन घोषित किया गया था. जिसे आम लोगों के लिए प्रतिबंधित किया गया था. आज, चीन दुनिया में मशरूम का सबसे बड़ा उत्पादक है.
मशरूम के पोषक लाभ
जब हम मशरूम की बात करते हैं तो हम केवल इसके स्वाद की बात नहीं करते. मशरूम के कई स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं. जिसमें कुछ मशरूम्स में औषधीय गुण भी होते हैं. इनमें कॉलेस्ट्रोल नहीं होता और सोडियम और केलरी की मात्रा भी कम होती है. मशरूम गैर-पशु प्रोटीन का एक उत्कृष्ट स्रोत हैं, और इसमें अच्छी तरह से आहार फाइबर भी शामिल है. मशरूम के सबसे बड़े फायदों में से एक यह है कि ये विटामिन डी के बहुत कम खाद्य स्रोतों में से है. सूरज की रोशनी के संपर्क में आने पर, मशरूम में मौजूद एर्गोस्टेरोल विटामिन डी में परिवर्तित हो जाता है. मशरूम में सेलेनियम, पोटेशियम, कॉपर और जिंक के साथ नियासिन, रिबोफ्लाविन और विटामिन बी की अच्छी मात्रा में होते हैं.
यहां पर मशरूम के कुछ स्वास्थ्य लाभ बताएं गए हैं-
- दातों और हड्डियों को मजबूत बनाता है
- इम्यूनिटी बढ़ाता है
- ब्लड प्रेशर की समस्या को खत्म करता है
- केंसर सेल्स से लड़ने में सहायक भूमिका निभाता है
- डायबिटीज होने से बचाता है
- मसल्स टोन को बेहतर करता है
- लिवर की समस्याओं को खत्म करता है, जैस पीलिया
- दिल के स्वास्थ्य को बढ़ाता है
- त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है
- मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र के उचित कामकाज में सहायता करता है
- आंखों की रोशनी बेहतर करता है
- तनाव कम करता है
- शरीर की ताकत बढ़ाता है.
क्या मैं अपने शिशु को मशरूम दे सकती हूं?
हां आप 6 महीने से ज्यादा उम्र के शिशु को मशरूम दे सकते हैं लेकिन आपके पास बहुत तरह के मशरूम मौजूद हैं. इस वजह से यह जांचना जरूरी है कि वह हर एक मशरूम पर किस तरह से रिसपॉन्स दे रहा है. इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि आप एक बार में एक ही तरह का मशरूम अपने शिशु को खिलाएं और 3 दिन नियम का पालन करना न भूलें. शिशुओं को कच्चा मशरूम न दें.
शिशुओं को मशहूर से एलर्जी होने की संभावना बहुत कम है. हालांकि, यदि आप शिशु की त्वचा पर चकत्ते, होंठ और मुंह और गले में सूजन देखते हैं या सांस लेनें में परेशानी, दस्त, उलटी जैसे लक्षण देखते हैं तो बिना देरी करें अपने शिशु को डॉक्टर के पास ले जाएं और जांच कराएं.
मशरूम की 10,000 से अधिक किस्में हैं, जिनमें अभी भी कई तरह के मशरूम्स के बारे में जानकारी नहीं है. इनमें खाद्य और गैर-खाद्य दोनों प्रकार शामिल हैं. यह पहचानना कि कौन से मशरूम सुरक्षित हैं, एक ऐसी गतिविधि है जिसके लिए एक विशेषज्ञ की आवश्यकता होती है, इसलिए जंगल में मशरूम फसल करने की सिफारिश नहीं की जाती है. सुपरमार्केट में बेचे जाने वाले मशरूमों की खेती फार्म में की जाती है और यह खाने के लिए सुरक्षित होते हैं.
शिशुओं के लिए सबसे अच्छे मशरूम वो होते हैं जो मुलायम और पोषण से भरपूर सफेद बटन मशरूम्स होते हैं. आप चाहें तो अन्य किस्म के मशरूम भी अपने शिशु को दे सकते हैं. शिशु के लिए ऑरगेनिक मशरूम खरीदना बेहतर है क्योंकि गैर-ऑरगेनिक मशरूम में भारी धातु फंगसाइड शामिल हो सकते हैं. फर्म या मोटे मशरूम की तलाश करें जो बिना निशानों के हो और बाहर से नरम न हो.
खाने वाले मशरूम निम्नलिखित हैं-
- वाइट बटन मशरूम
- शीटेक मशरूम
- ओयस्टर मशरूम
- पोर्चिनी मशरूम
- माईटेक मशरूम
- चैंट्रेलर्स
- रेइशी
सफेद और काले गिल्स वाले मशरूमों के इस्तेमाल से बचने की कोशिश करें. तने पर अंगूठियां, एक बोरी जैसी आधार या टोपी या स्टेम पर लाल रंग वाले मशरूम के इस्तेमाल से भी बचें. हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि आपने मशरूम एक विश्वसनीय स्त्रोत से लिया है.
संग्रहण एवं प्रिपरेशन
मशरूम कभी भिगोना नहीं चाहिए. सभी मशरूमों (अधिकतर को छोड़कर) की सतह गंदगी को हटाने के लिए अलग-अलग साफ किया जाना चाहिए. इसके लिए एक नम कागज या मुलायम ब्रश का प्रयोग करें. इसे ठंडे पानी से धो लें और फिर तौलिए से हल्का हल्का सुखा लें. पकाने से पहले इसके सख्त हिस्से को काट लें.
मशरूम को एक सप्ताह तक रेफ्रिजरेटर में पेपर बैग में रखा जा सकता है. इसे प्लास्टिक के थैले में रखने से बचें, क्योंकि इससे ये जल्दी खराब हो सकते हैं.
शिशुओं और बच्चों के लिए मशरूम के व्यंजन
फर्स्ट क्राय की ओर से मशरूम और आलू की प्यूरी 6 महीने से अधिक उम्र के शिशुओं के लिए
बओना पापा की ओर से मशरूम जुचिनी और शकरकंदी प्यूरी, 8 महीने से अधिक उम्र के शिशुओं के लिए
बेबी सेंटर की ओर से जौ और मशरूम मैश, 8 महीने से अधिक उम्र के शिशुओं के लिए
जैनाब जगत अहमद की ओर से मशरूम ब्रोकली रिसोटो, 10 महीने से अधिक उम्र के शिशुओं के लिए
ममा कुक की ओर से चीजी बीन मशरूम क्रंबल, 10 महीने से अधिक उम्र के शिशुओं के लिए
ब्रोकली मशरूम सूप– 12 महीने से अधिक उम्र के शिशुओं के लिए
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