ये शानदार मोदक भगवान गणेश के सबसे पसंदीदा हैं। हमने चावल के आटे की जगह सूजी या रवा का इस्तेमाल किया है और उसे आपको स्टीम या भाप देने की भी ज़रूरत नहीं है।
नोट : हमने यहाँ मोदक बनाने के लिए मोदक मोल्ड या साँचे का इस्तेमाल किया है लेकिन यदि आपके पास मोदक बनाने के लिए मोल्ड नहीं है तो भी मोदक बनाने के लिए हमने एक दूसरा तरीका भी दिया हुआ है.
जैसे कि नाम से पता चलता है कि हमने मोदक की बाहरी कवरिंग सूजी का इस्तेमाल करके बनायी है। और इसकी स्टफिंग के लिए हमने किसा हुया नारियल,गुड और ड्राइ फ़्रूटस का इस्तेमाल किया है। ये इस रेसीपी को और भी स्वादिष्ट बनाता है।
बिना स्टीम के सूजी मोदक/रवा मोदक रेसिपी
- सामग्री
- 3/4 कप बारीक सूजी / रवा / सेमोलिना
- 1/2 कप ताजा किसा हुआ नारियल
- 1/4 कप गुड का पाउडर
- 1 बडा चम्मच घी
- 1/4 छोटा चम्मच इलायची पाउडर
- 1 बड़ा चम्मच कटे हुये बादाम
- 1 बड़ा चम्मच किशमिश
विधि:
1.स्टफिंग बनाने के लिए एक नॉनस्टिक पैन में नारियल और गुड़ को गर्म करें और गुड़ को पिघलने दें।
2.मिश्रण को हिलाते रहें क्योंकि यह बहुत जल्दी से पैन के तले से चिपकना शुरु कर देता है। एक बार जब मिश्रण थोड़ा गाढ़ा हो जाये तब उसमे बादाम और किशमिश डालें। अच्छी तरह मिलाएं।
3.अंत में इलायची पाउडर डालें और आंच बंद कर दें। नारियल स्टफिंग को ज़्यादा देर तक न पकाएं क्योंकि यह ठंडी होने पर सख्त हो जाती है। स्टफिंग को एक प्लेट में निकालें और पूरी तरह से ठंडा होने दें।
4. उप्पर का कवर बनाने के लिए, 1 1/2 कप पानी मे 1 छोटा चम्मच घी डालें और इसे उबलने दें। इस उबलते पानी में सूजी को एक लकड़ी के चम्मच से लगातार हिलाते हुए डालें। सुनिश्चित करें कि मिश्रण में कोई गांठ न हो।
5.सूजी को 1-2 मिनट तक पकाएं और आंच बंद कर दें। पैन को कवर करें और इसे 5 मिनट के लिए एक तरफ रख दें।
6.जब ये मिश्रण हल्का गर्म रह जाये तो सुजी के इस मिश्रण से आटा गूंधना शुरु कर दे। अपनी हथेलियों पर घी लगाये और और पकाए हुए सूजी के मिश्रण को इकट्ठा करें और आटा गूंध लें।
7.आटे मे से एक छोटी आंवले के आकार जितनी लोइ ले और उसे रोल करे। मोदक के सांचे को चिकना कर लें। लोइ को सांचे मे खुले हुए भाग से नीचे की तरफ़ डाले। अब अपनी इंडेक्स फिंगर से इस लोइ को सांचे के सभी तरफ से दबाएं, ताकि मोदक का बाहरी कवर बन जाए.
8.अब क्यो कि कैविटी बन चुकी है, तो उसमें पर्याप्त नारियल स्टफिंग डालें। सूजी के आटे से मोदक को नीचे से ढक दें।
9. सांचे को हल्के से दबाये ताकि सांचे के चिंह या निशान मोदक पर आ जाये। अब सांचे को खोलें और सुंदर,सूजी से बना, मोदक तैयार है। इसी तरह से सारे मोदक बना ले। ताजा और गर्म गर्म सर्व करे। ध्यान रखें कि जिस दिन आप इन्हें बना रही है उसी दिन आप इनका सेवन भी कर ले।
10.आप बिना सांचे के भी मोदक बना सकते हैं। सबसे पहले अपनी हथेलियों पर अच्छे से घी लगाये और सूजी के आटे से आंवले के आकार जितनी लोइ निकाले। इसे चिकना करने के लिए अपनी हथेली के बीच रोल करें और इसे अपनी उंगलियों के पोरो की मदद से एक गोले के आकार मे समान रूप से समतल करें। अब अपनी इंडेक्स फिंगर और अंगूठे की सहायता से डिस्क के किनारों पर प्लेट्स बनाएं। बीच में 1 छोटा चम्मच स्टफिंग रखें और प्लेट्स को इकट्ठा करें और अंत मे उन्हें या प्लेट्स को इस तरह से जोडे कि मोदक की तरह आकार आ जाये।
गणेश, हाथी के सिर वाले देवता को शिक्षा, ज्ञान, बुद्धिमत्ता, धन और सफलता के लिए जाने जाते है। आप सब का घर, इन सब चीज़ो से, आज और कल, हमेशा के लिए भरे रहे !! गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएँ!
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