हम अपने फेसबुक ग्रुप हैप्पी पेरेंट्स क्लब में ‘भोजन और सर्दी-ज़ुकाम’ से सम्बंधित मिथकों पर चर्चा कर रहे थे और विशेषज्ञों से ये समझने की कोशिश कर रहे थे कि क्या हम अपने बच्चों को सर्दी-ज़ुकाम या बुखार होने पर दही, केला या दूध होने दे सकते हैं?
क्या आप भी अभी नए नए अभिवावक बने है ? क्या आप भी इस सवाल को लेकर परेशान हैं ?
इस ब्लॉग में हमने आपके इस उलझन का जवाब दिया है।
कुछ घरेलु नुस्ख़ों को छोड़ कर भोजन और रोग से सम्बंधित मिथक हमेशा सत्य नहीं होते हैं। बच्चों में सर्दी और ज़ुकाम से सम्बंधित कुछ मिथक इस प्रकार हैं:
१. यदि बच्चे को सर्दी या ज़ुकाम है तो उसे घर से बाहर खेलने के लिए न जाने दें।
२. केला, अनार, तरबूज, संतरा एवं अंगूर जैसे फल न खिलाएं।
३. दूध और दही जैसे डेयरी उत्पाद खाने में न दें।
४. बच्चे को सर्दी-ज़ुकाम होने के दौरान न नहलाएं।
५. ठण्ड अथवा सर्दी-ज़ुकाम के दौरान रागी न खिलाएं।
६. सर्दी-ज़ुकाम में घी न खिलाएं।
इन सभी मिथकों से जुड़ी वास्तविकता नीचे दी हुई है:
१. क्या मैं अपने बच्चे को सर्दी-ज़ुकाम कि अवस्था में बाहर खेलने के लिए जाने दे सकती हूँ?
यह एक जटिल प्रश्न है क्योंकि इसका उत्तर सर्दी-ज़ुकाम और खाँसी की तीव्रता पर निर्भर है। यदि आपको लगता है कि बच्चे को हल्का बुखार है एवं मौसम अनुकूल है, तो आप अपने नन्हें बच्चे को एक घंटे के आस-पास बाहर खेलने के लिए जाने दे सकती हैं। इस बात का ध्यान रखें कि यदि आपके बच्चे का सर्दी-ज़ुकाम संक्रामक है तो वो अपने संगी-साथियों को भी संक्रमित कर सकता है (बच्चों में सर्दी-ज़ुकाम होने की प्रायः यह सबसे साधारण वजह है)।
२. क्या मैं अपने बच्चे को सर्दी-ज़ुकाम के दौरान केला, अनार, तरबूज, संतरा एवं अंगूर जैसे फल खिला सकती हूँ?
“बच्चों को सर्दी–ज़ुकाम के दौरान फल नहीं खिलाने चाहिए“, यह बात हमारे मन-मस्तिष्क में बिठा दी गयी है और हम इस बात का आँख बंद करके पालन करते हैं। यह बात काल्पनिक है और अब इसे वैज्ञानिक शोधों कि सहायता से ग़लत भी साबित किया जा चुका है।
यह वैज्ञानिक तौर पर सिद्ध किया जा चुका है कि जिन फलों में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है वो बच्चों की सर्दी-ज़ुकाम और खाँसी से रक्षा करते हैं।
इसका यह मतलब बिलकुल नहीं है कि आप अपने बच्चों को सर्दी-ज़ुकाम में सिर्फ़ फल ही खिलाएं, बल्कि सही मात्रा में फल खाने से ही सर्दी-ज़ुकाम के विरुद्ध युद्ध किया जा सकता है।
फल हमेशा सुबह या दोपहर तक ही खिलने चाहिए।
सर्दी और ज़ुकाम में फलों के रक्षात्मक और फायदेमंद प्रभाव पर बल देने वाले शोध पत्र
१. विटामिन सी से भरपूर ताज़े फलों का सेवन और सर्दी के लक्षण
२. ताज़े फलों के सेवन से फेफड़ों के कार्यचालन और सर्दी पर होने वाले प्रभाव
३. पोषण और बच्चों में श्वास से सम्बंधित स्वास्थ्य
होमियोपैथी विशेषज्ञ डॉ. भावी मोदी के अनुसार, विटामिन सी से भरपूर फलों को सर्दी-ज़ुकाम के दौरान सुरक्षित रूप से दिया जा सकता है।
यदि आप अभी भी चिंतित हैं कि केले के सेवन से आपके बच्चे को सर्दी लग सकती है, तो आप हमारी कच्चे केले का केरल पाउडर बनाने की विधि का उपयोग कर सकती हैं। यह चूर्ण आप बच्चों को शीत-ऋतु में भी दे सकती हैं। आप कुछ और पाक-विधियों का भी उपयोग कर सकती हैं, जिनमें केरल के कच्चे केलों से बने चूर्ण का उपयोग किया जाता है, जैसे केले-चावल की खिचड़ी, केले-गेहूं की खिचड़ी और केले का दलिया।
३. सर्दी-ज़ुकाम में क्या मैं अपने बच्चे को दूध और दही खिला सकती हूँ?
बचपन में जब मुझे सर्दी या ज़ुकाम होता था तो माँ मुझे तब तक दूध नहीं देती थीं जब तक मैं पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाती थी। कभी-कभी इसमें हफ़्ते लग जाते थे। ☹
यह बात अब पूरी तरह से ग़लत साबित की जा चुकी है कि बच्चों को सर्दी-ज़ुकाम में दूध और दही नहीं देना चाहिए।
दूध के सेवन से बलग़म नहीं बनता है और दमे जैसा अनुभव भी नहीं होता है।
सर्दी–ज़ुकाम के दौरान बच्चों को दूध और दही कैसे खिलाएं – ध्वनि शाह
- बच्चों को दही खिलाने का सबसे सही तरीक़ा यह है कि दही में जीरे, अदरक और करी-पत्ते का हल्का तड़का लगा कर परोसा जाए।
- दही में अदरक का पाउडर भी मिला सकते हैं।
४. सर्दी-ज़ुकाम और बुखार के दौरान क्या मैं अपने बच्चे को नहला सकती हूँ?
बड़े-बुज़ुर्ग बच्चों को सर्दी-ज़ुकाम और बुखार के दौरान न नहलाने की सलाह देते हैं। यह बात ठन्डे पानी से दिए गए स्नान पर पूरी तरह से लागू होती है। हम में से ज़्यादातर लोग अपने बच्चों को गरम या गुनगुने पानी में ही नहलाते हैं। गुनगुने पानी में बच्चों को नहलाना पूरी तरह से सुरक्षित है। एक लम्बी अवधि तक बच्चों को न नहलाने से उनमें गन्दगी के कारण संक्रमण की संभावना तेज़ी से बढ़ जाती है। इसलिए उन्हें कम से कम दो दिन में एक बार ज़रूर नहलाना चाहिए।
५. सर्दी-ज़ुकाम में क्या मैं अपने बच्चे को रागी दे सकती हूँ?
ठण्ड में रागी और बाजरा खाना फायदेमंद होता है। इसलिए बच्चों को ज़ुकाम में रागी खिला सकते हैं।
६. क्या मैं अपने बच्चे को सर्दी और ज़ुकाम में घी दे सकती हूँ?
पोषणविद् ध्वनि शाह के अनुसार:
“घी भारत में खाये जाने वाले सबसे पोषक भोजन पदार्थों में से एक है। यह स्वभाव में चिकित्सकीय होता है। यह फेफड़ों में सुरक्षा परत बनाते हुए संक्रमण को दूर रखता है, सूखी खाँसी में राहत देता है और शरीर से बलगम निकालने में सहायता करता है।”
क्या आप बच्चों में सर्दी और ज़ुकाम से जुड़े ऐसे ही किसी मिथक से सम्बंधित अपनी दुविधा दूर करना चाहते हैं? हमसे पूछिए, हम आपकी सहायता करने के लिए सदैव तत्पर हैं।
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MEIHA SHARMA says
bahut behatreen article hai. kya khoob likha.
Hindi MyLittleMoppet says
thank you meiha ji
Suman says
Hi my baby his 9 month ka hai use cold and Khasi hui hai kya main use banana de dun ?
Hindi MyLittleMoppet says
Hello Suman Ji
Apke prshan ka uttar janane ke liye , mera ye blog padhein –
http://bit.ly/2JTu0tY
Cheers
Hema
jeetu says
galti se bhi mat khilana
Mohnish says
Can we give rice to our 15 month baby girl while cold and cough
Please answer asap
Hindi MyLittleMoppet says
Hi
Yes you can easily give rice to child suffering from cold. Infact rice soup will comfort her during this period.
Cheers
Hema
Hardeep singh says
Agar bacche ko sardi jukam h to mumy ko kya kana cahiye or kya nahi
Hindi MyLittleMoppet says
Hardeep ji
Agar bacche ko khasi hai to maa ke liye koi specific diet nai hai. maa ko thandi chezein avoid karni chaiye aur bacche ko niyamit breastfeed karana chaiye.