दुनिया भर में पीढ़ियों से माता पिता बेबी पाउडर का इस्तेमाल कर रहे हैं . लेकिन नवीनतम रिपोर्ट और अध्ययनों ने हमे ये पूछने के लिए मजबूर कर दिया है कि : क्या बेबी पाउडर बच्चों के लिए सुरक्षित है ?
जब आप शिशुओं के बारे में सोचते हैं, तो सबसे पहली चीज जो आपके मन में आती है, वह है सुंदर, प्यारी और ताजा ‘बेबी स्मेल ‘। यह बेबी पाउडर को तुरंत पहचानने वाली गंध होती है, कुछ ऐसा, जिसे दुनिया भर में पीढ़ियों से माता-पिता इस्तेमाल कर रहे हैं, और कुछ ऐसा कि आप और मैं इसके साथ साथ ही बडे हुए हैं . लेकिन क्या हम वास्तव में जानते हैं कि बेबी पाउडर किस चीज से बना होता है?
बेबी पाउडर किससे बना होता है ?
बेबी पाउडर में पायी जाने वाली मुख्य सामग्री है टेल्क होती है , यही वजह है कि इसे टेल्कम पाउडर भी कहा जाता है। टेल्क एक मिनरल होता है जिसमें सिलिकॉन, मैग्नीशियम और ऑक्सीजन पाया जाता हैं। टेल्क के अलावा, कुछ बेबी पाउडर कॉर्नस्टार्च या अरारोट पाउडर से भी बनाए जाते हैं। कुछ बेबी पाउडर में इन सभी के साथ-साथ सुगंध-पैदा करने वाले रसायन या कैमिकल भी होते हैं।
माता-पिता बेबी पाउडर का इस्तेमाल क्यों करते हैं?
टेल्क , जो कि बेबी पाउडर की मुख्य सामग्री है, ये त्वचा की सतह से नमी को सोख लेता है। इसी कारण, बेबी पाउडर का इस्तेमाल, मुख्य रूप से बच्चे को ताजा और सूखा रखने के लिए, किया जाता है, खासकर स्किन फ़ोल्ड्स में। कई माता-पिता यह भी मानते हैं कि इसका इस्तेमाल बच्चों को होने वाले डायपर रैशेज़ से बचाता है। भारत में, कुछ माता-पिता बच्चे के रंग को हल्का करने के लिए उनके चेहरे पर टैल्कम पाउडर लगाते हैं।
हालांकि, इन कारणों के बाद भी, माता-पिता बेबी पाउडर का इस्तेमाल करने के बारे में दूसरी बार विचार कर रहे हैं,इस के लिए सभी समाचार रिपोर्टों और अध्ययनों का धन्यवाद।तो आइए सच्चाई का पता लगाएं – क्या बेबी पाउडर शिशुओं के लिए सुरक्षित है?
क्या बेबी पाउडर बच्चों के लिए सुरक्षित है ?
सभी वैज्ञानिक अध्ययनों और चल रहे शोधों के अनुसार, इस प्रश्न का केवल एक ही उत्तर है – नहीं। बेबी पाउडर शिशुओं के लिए या किसी और के लिए बिलकुल भी सुरक्षित नहीं है। यहां मै आपको कुछ कारण बताने जा रही हूँ कि क्यो बेबी पाउडर का इस्तेमाल करना सुरक्षित नहीं हैं।
1. यह शिशुओं में फेफड़ों की क्षति का कारण बन सकता है या यह शिशुओं के फ़ेफ़डे खराब कर सकता है
अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स ने साफ़ साफ़ कहा है कि बेबी पाउडर का इस्तेमाल करने से श्वसन संबंधी परेशानी का खतरा बढ़ जाता है। टेल्क के कण बहुत महीन होते हैं और ये जल्दी से हवा मे फ़ैल जाते हैं, बच्चों इन्हे साँस द्वारा अंदर ले सकते हैं और ये उनके नाजुक फेफड़ों को ख़राब कर सकते हैं । जबकि पाउडर की थोड़ी सी मात्रा भी तकलीफ़देह या इरटेटिंग हो सकती है ,इसका लगातार इस्तेमाल शिशुओं के फेफड़ों को गम्भीर क्षति पहुंचा सकता है।
वैसे तो सभी शिशुओं को बेबी पाउडर का इस्तेमाल करने से फेफड़े खराब ( lungs damage) होने का खतरा होता है, लेकिन समय से पहले जन्मे बच्चे, सीएचडी वाले बच्चे या अन्य बच्चे जिन्हें श्वसन संबंधी समस्याय होती हैं उन्हे इस बात का ज़्यादा खतरा रहता है। यहां तक कि माता-पिता जो शिशुओं को पाउडर लगाते हैं, उन्हें बेबी पाउडर के कारण सांस की परेशानी हो सकती है। बडे बच्चे जिन्हें अस्थमा जैसी बीमारी है उन्हें भी इसका खतरा रहता है।
2.इससे टेल्क न्यूमोकोनिओसिस (Talc pneumoconiosis) नामक बीमारी हो सकती है
टेल्क न्यूमोकोनिओसिस एक ऐसी स्थिति है जिसके बारे AAP ने हमें चेतावनी दी हुयी है। यह स्थिति तब पैदा होती है जब पाउडर की बहुत ज़्यादा मात्रा साँस द्वारा अंदर ली जाती है,जैसे की जब पाउडर का डब्बा गल्ती से बच्चे के चेहरे पर गिर जाता है। इसके साथ समस्या यह है कि बच्चों मे ऐसी घटना के तुरंत बाद श्व्सन संकट ( respiratory distress) का पता नहीं चलता है ,लेकिन उनकी स्थिति जल्दी बिगड़ जाती है और यह घातक हो सकता है। टेल्क न्यूमोकोनिओसिस के परिणामस्वरूप दुनिया भर में कई शिशुओं की मृत्यु हुई हैं।
3.इससे बच्चे की आँखों को खतरा हो सकता है या ये बच्चे की आँखों को नुकसान पहुंचा सकता है
टेलकम पाउडर इतना महीन होता है की वो कहीं भी जा सकता है आपके बच्चे की आँखों में भी। माता-पिता बच्चे की गर्दन के आस पास पाउडर लगाते हैं, और इससे बच्चे की आँखों में पाउडर जाने का खतरा बढ़ जाता है और यह आपकी शिशु की नाजुक आँखों के लिए ठीक नहीं है.
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4. ये बच्चों की त्वचा को ड्राइ कर सकता है
चूंकि टेल्क नमी सोखते हैं, इसलिए बेबी पाउडर का इस्तेमाल शरीर के उन हिस्सों से नमी को सोखने के लिए किया जाता है जो नम या गीले रहते हैं। हालांकि, यह उल्टा भी हो सकता है क्योंकि टेल्क,बच्चे की त्वचा से प्राकृतिक नमी को भी सोख लेते हैं, जिससे कि बच्चे की त्वचा डिहाइड्रेट हो जाती है जो कि नरम और कोमल होनी चाहिए।
5. इससे कैंसर हो सकता है
बेबी पाउडर के इस्तेमाल के साथ कैंसर हो सकता है – ये एक बढ़ती चिंता का विषय बन रहा है, और साथ ही साथ लोकप्रिय बेबी प्रोड्कट्स ब्रांडों के खिलाफ बहुत सारे तेजी से उभरते हुए विवाद सामने आ रहे हैं । टेल्क भूमिगत भंडार या तलछट मे पाया जाता है जिसमें एस्बेस्टस – एक कार्सिनोजेन (asbestos – a carcinogen) जैसे तत्त्व हो सकता है जिसके निशान बेबी पाउडर में पाए गए हैं।
कुछ अध्ययनों के अनुसार ओवेरियन कैंसर और वे महिलाये जो अपने गुप्तांग पर टैल्कम पाउडर का इस्तेमाल करती हैं इन के बीच संबंध पाया गया है। फीमेल रिप्रोडक्टिव सिस्टम (female reproductive tract) की संरचना को ध्यान में रखते हुए,टेल्क कणों की रिप्रोडक्टिव ऑर्गन्स तक अपना रास्ता बनाने की सम्भावना , लड़कों की तुलना में बच्चियों यानि कि बेबी गर्ल्स के मामले में अधिक है।
6. ये फंगल इन्फेक्शन को ओर भी बदतर कर सकता है
कॉर्नस्टार्च से बने टेल्कम पाउडर आजकल ज़्यादा लोकप्रिय हो रहे हैं, लेकिन उनके साथ एक और समस्या है। कॉर्नस्टार्च के साथ बने पाउडर कैंडिडा,एक फंगस के कारण होने वाले संक्रमण को ओर भी बदतर कर सकते है।
बेबी पाउडर के सुरक्षित विकल्प
सिर्फ़ इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि आप बेबी पाउडर का इस्तेमाल आमतौर पर डायपर रैशेज़ को रोकने के लिए कर रहे हैं तो डायपर रैशेज़ को रोकने के लिए और भी ज़्यादा प्रभावी और सुरक्षित घरेलु उपचार हैं। टैल्कम पाउडर या बेबी पाउडर से त्वचा का रंग नही बदल सकता है तो आप इसका इस्तेमाल केवल सुन्दरता बढाने के लिए कर रही है ये प्रश्न ही निरादार है
अगर फिर भी आप पाउडर का इस्तेमाल करना चाहती हैं तो मैं इसके लिए आपको कुछ सुझाव या टिप्स दे रही हूँ
- एक अच्छे ब्रांड का बेबी पाउडर खरीदे और इसकी इंग्रेडिएंट्स लिस्ट अवश्य पढे
- कभी भी बच्चे के चेहरे पर पाउडर न लगाएं और गर्दन या बगल के आस-पास इसका इस्तेमाल करते समय सावधानी बरते
- सबसे पहले पाउडर अपने हाथों पर लगाये,आपके हाथ बच्चे से दूर होने चाहिए , और फिर धीरे से बच्चे की त्वचा पर पाउडर थपथपाएं
- कभी भी पाउडर का कैन सीधे अपने बच्चे पर न हिलाएं
- बच्चे के स्किन फ़ोल्ड्स पर जमा होने वाले बाकी पाउडर को साफ करें
- पाउडर को अपने बच्चे और अन्य बच्चों की पहुंच से दूर रखें
- पाउडर पफ़्फ़ का कभी भी इस्तेमाल न करे क्योंकि ये हवा मे पाउडर फ़ैलाकर उसे दूषित करते हैं
- हर बार डायपर बदलने के बाद या स्नान के बाद, बचा हुया पाउडर धो लें
कॉर्नस्टार्च पाउडर सामान्य टेल्क पाउडर की तुलना में अधिक सुरक्षित या बेहतर हो सकता है क्योंकि इसके कण बड़े होते हैं और ये टेल्क के कणों की तुलना मे जल्दी से हवा में नहीं फ़ैलते हैं या के रूप में दूर तक यात्रा नहीं करते हैं, जिससे साँस लेने पर इनके अंदर जाने की सम्भावना भी कम होती है। इनमे कार्सिनोजन की मात्रा भी कम पायी जाती है । यदि कभी भी आपके बच्चे का चेहरा पाउडर से ढक जाये या यू कहे कि अगर कभी भी बच्चे के चेहरे पर पाउडर गिर जाये , तो तुरंत उसे अस्पताल लेकर जाये।
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