क्या आप भी अपने बच्चे के बार बार बीमार होने से या उसे होने वाले मामूली संक्रमण से चिंतित रहते हैं ? तो चिंता मत कीजिए !!! मै आपको बताने जा रही हूँ बच्चों का इम्युनिटी सिस्टम मजबूत करने वाले 15 सुपरफूड्स के बारे में जो आपके बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने मे मदद करते हैं जिससे चाहे मौसम कोई भी हो,वे हर बीमारी से बच सके।
इम्युनिटी या रोग प्रतिरोधक क्षमता क्या है ?
प्रतिरक्षा या इम्युनिटी ,प्रतिरक्षा प्रणाली की क्षमता, शारीरिक संरचना, प्रक्रियाओं और विशेष अंगों को दर्शाती है जो विशेष रूप से संक्रमण से लड़ने और बीमारियों को रोकने के लिए विकसित हुए हैं।
प्रतिरक्षा प्रणाली या इम्यून सिस्टम का उद्देश्य किस भी प्रकार के संक्रमण से शरीर की रक्षा करना है। यह उन लाखों रोगाणुओं (यानी बैक्टीरिया, वायरस, परजीवी, कवक) को पहचानने और नष्ट करने में मदद करता है जो हर दिन हमारे शरीर में प्रवेश करते हैं। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और जुकाम, फ्लू जैसी बीमारियो से बचने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली में वृद्धि सबसे महत्वपूर्ण कदम है।
इम्युनिटी सिस्टम मजबूत करने वाले 15 सुपरफूड्स – 15 Super foods that boost immune system in children
भोजन एक नैचुरल हीलर का काम करता है और हमारे इम्यून सिस्टम को बढ़ाने में मदद करता है। यह इम्यूनटी बढ़ाने का सबसे आसान और प्रभावी तरीका है, इसलिए निम्नलिखित सुपर-फूड्स के साथ आप इम्यूनटी बढा सकते हैं
1.पत्तेदार सब्ज़िया
गोभी, फूलगोभी, पालक, ब्रोकोली, टमाटर और अन्य पत्तेदार हरी सब्जियां, संक्रमण से लड़ने में मदद करती हैं। इनमे पोषक तत्वों के साथ साथ एंटीऑक्सिडेंट जैसे बीटा कैरोटीन और अन्य कैरोटीनॉयड और विटामिन भरपूर मात्रा मे पाये जाते हैं जो आपकी इम्यूनटी सिस्टम बढ़ाने मे मदद करते हैं.
2. जड वाली सब्जियां
चीनी चिकित्सा पद्धति के अनुसार, शकरकंद, गाजर और आलू जैसी जड़ वाली सब्जियां प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने के साथ साथ शवास प्रणाली (respiratory system) के लिए भी उत्तम मानी जाती है.
3.लहसुन,प्याज और अदरक
प्याज और लहसुन में पाया जाने वाला सल्फर,आपको कैंसर से बचाने मे मदद करता है I तीनों में ( लहसुन,प्याज और अदरक) मे पाया जाने वाला ऐकिट्व कंपाउड (active compound) -फ्लैवेनॉइड्स प्रतिरक्षा प्रणाली बढ़ाने मे मदद करता हैं। लहसुन में एनीसिलिन, प्याज में क्वेरसेटिन और अदरक में गिंगेरोल नामक ऐकिट्व कंपाउड पाये जाते हैं।
4. मिर्च
मिर्च में कैप्सैसिन नामक विटामिन सी से भरपूर स्रोत पाया जाता है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने के साथ साथ सर्दी और फ्लू से लड़ने में आपकी मदद करता है।
5.कद्दू
इसमे एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन ए, सी, मैंगनीज और मैग्नीशियम के साथ साथ फोलेट भी पाया जाता है।
6. खुबानी
इनमे विटामिन ए, सी, पोटेशियम और फाइबर पाया जाता है।
7.खट्टे फल
संतरा, चूना, अमरूद इन फ़लो मे विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट पाये जाते हैं।
8. बेरीज
स्ट्रॉबेरी, ब्लैकबेरी, रास्पबेरी, ब्लूबेरी और क्रैनबेरी में फाइटोकेमिकल और फ्लेवोनोइड होते हैं। इनमे एंटीऑक्सिडेंट भी भरपूर मात्रा मे पाये जाते हैंऔर ये प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में भी मदद करते है।
9. दाले
इनमे प्रोटीन पाया जाता है और फोलेट और पोटेशियम से भरपूर ये हमारी इम्यूनटी बढ़ाने मे मदद करती है
10.मटर
इनमे फ्लेवोनोइड्स, कैरोटेनॉइड्स, फेनोलिक एसिड और पॉलीफेनोल्स जैसे एंटीऑक्सिडेंट्स पाये जाते हैं।
11.अंकुरित अनाज
वैसे तो सभी खाद्य पदार्थॊ के अपने अपने लाभ है, लेकिन उन्हें अंकुरित कर खाने से ये लाभ कई गुना बढ़ जाते हैं। इतना ही नहीं, अंकुरित कर खाने से, इनके पोषक तत्व भी शरीर आसानी से सोख सकता है I हमारे अंकुरित खाद्य उत्पादों जैसे कि अंकुरित सत्तुमावु हेल्थ मिक्स और अंकुरित रागी पाउडर के साथ आप स्प्राउट्स का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
12.नट्स और सीड्स
नट्स जैसे कि बादाम, अखरोट, और सीड्स जैसे कि कद्दू के बीज, फ्लैक्ससीड्स, सूरजमुखी के बीज इन सब मे विटामिन ई भरपूर मात्रा मे पाया जाता हैं जो एक महत्वपूर्ण एंटीऑक्सिडेंट है और इम्यूनटी बढ़ाने मे मदद करते है।
आप आसानी से घर पर शिशुओं के लिए ड्राई फ्रूट्स पाउडर बना सकते हैं या समय बचाने के लिए आप उन्हे यही से खरीद सकते हैं।
13. दही
दही में गुड बैक्टीरिया ’या प्रोबायोटिक्स होते हैं इसलिए हमे इनका रोज़ सेवन करना चाहिए। यह कई सूक्ष्मजीवों को खत्म कर के आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है।
14. हल्दी
हल्दी में एंटी माइक्रोबियल गुण होते हैं। इसमें कर्कुरमिन होता है जो एक एंटीऑक्सिडेंट है और ये सूजन कम करने में आपकी मदद करता है.
15.शहद
शहद में रोगाणुरोधी गुण होते हैं। यह गले की खराश को ठीक करने के साथ साथ जलन को कम करता है।
नोट- बच्चे को 1 साल बाद ही शहद दिया जाना चाहिए।
16.हेल्थ मिक्स
छोटे बच्चे जिनके खाना खाने मे बहुत नखरे होते है आप उन्हे हेल्थ मिक्स देकर उनकी इम्यूनटी बढ़ा सकते है I इन मिक्स को विशेष रूप से खाने से जी चुराने वाले बच्चे और जिनके खाना खाने मे बहुत नखरे होते है उन बच्चो के लिये बनाया गया है,इन्हें बनाने मे साबुत अनाज, दाल, नट और सीड्स का उपयोग किया जाता है। आप इनमे से कुछ भी ट्राइ कर सकते हैं
इम्यूनटी बढ़ाने के लिए हैल्दी डाइट बहुत ज़रूरी है
इसके साथ ही सुनिश्चित करें कि आपके बच्चे को पर्याप्त नींद मिले। कोशिकाओं या सेल्स की मरम्मत और वृद्धि के लिए आराम की बहुत आवश्यकता होती है और एक स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली (immunity system) विकसित करने के लिए भी ये महत्वपूर्ण है।
आप बच्चे को चिंता और तनाव से दूर रखें क्युकि तनाव से बच्चे की इम्यूनटी का स्तर नीचे गिरता है । यह भी सुनिश्चित करें कि आपके बच्चे पर्याप्त शारीरिक गतिविधि मे भाग ले और हर रोज कम से कम कुछ समय बाहर बिताएं।
होम्योपैथी इम्यूनटी बढ़ाने में कैसे मदद करती है
होम्योपैथी इम्यूनटी विकसित करने में आपकी मदद करती है। यहां तक कि अगर आप शारीरिक रूप से बीमार नहीं हैं, फिर भी होम्योपैथी आपकी मानसिक और भावनात्मक अवस्था मे सुधार करने के साथ साथ आपकी ऊर्जा और प्रतिरक्षा ( इम्यूनटी) को बढ़ाने में मदद करती है।
होम्योपैथी के पिता कहे जाने वाले डॉ। सैमुअल हैनीमैन ने कहा, “होम्योपैथिक उपचार हमारी कमज़ोरियो को दूर करके हमारे सिस्टम मे गहराई से काम करती है जिससे हम संतुलित या बैलेंस जीवन जी सके।
होम्योपैथी, उपचार करने का, एक सिम्पल और सरल तरीका है। यह प्रिंसिपल “सिमिलिया सिमिलिबस क्यूरेटर” पर आधारित है, जिसका अर्थ है “जैसे इलाज”। होम्योपैथी का उद्देश्य व्यक्ति के काम करने की क्षमता मे समानता लाना है।
होम्योपैथिक उपचार में, शरीर की प्रतिरक्षा (इम्यूनटी) क्षमता को मजबूत करने के लिए ,ज़्यादा तेज द्रव्य की, कम खुराक दी जाती है, क्योंकि उसी द्रव्य की बड़ी खुराक लेने से बीमारी हो सकती है, होम्योपैथिक उपचार के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि इनका कोई दुश्प्रभाव नही होता और ये बिल्कुल सेफ़ होते हैं I होम्योपैथिक उपचार को एफडीए से मंजूरी मिली होती है और एफडीए के अनुसार इनमे किसी भी ऐकितव इंन्ग्रीडिएंट को ढूंढना लगभग असंभव है।
यदि होम्योपैथिक उपचार से आपको जल्दी आराम नही मिल रहा है तो इसका मतलब है कि आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली बहुत कमजोर है और आपको ठीक होने मे ज़्यादा समय लग सकता है।
ज़्यादा समय का मतलब है कुछ महीने या साल भी। होम्योपैथिक उपचार न केवल आपकी कमज़ोर प्रतिरक्षा ( इम्यूनटी ) प्रणाली को ठीक करते है ये आपकी ज़्यादा मज़बूत प्रतिरक्षा प्रणाली को भी ठीक करने में मदद करते हैं।
इसके लिए होम्योपैथ डाकटर एक होम्योपैथिक जांच करते समय सभी लक्षणों को रिकॉर्ड करता है। एक होम्योपैथ सभी स्तरों पर शारीरिक, भावनात्मक, मानसिक रूप से एक व्यक्ति के व्यक्तित्व को निखारने के लिए सभी लक्षणों और मनोभावों ( नींद, भोजन की व्यवस्था, शौक, सपने और आशंकाओं सहित) को उजागर करने की कोशिश करता है।
होम्योपैथिक प्रतिरक्षा (इम्यूनटी ) प्रणाली को बढ़ाने के साथ साथ , शरीर मे ऊर्जा भरने और मन को जीवंत करने में मदद करता है। होम्योपैथी मन और शरीर के बीच तालमेल स्थापित करता है। स्वस्थ मन और सकारात्मक सोच से, निश्चित रूप से, आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली बढ़ेगी।
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Ravina says
Sbse achhi bat apne jo b foods btaye h ye sb asaani se mil jate h ya ghr per mojud rhte h.thnk u
Kya me b mre bete ko homeopathy treatment de skti hu?
Allopathy ki multivitamin ki dwa chal ri h usk abi.
Hindi MyLittleMoppet says
Ravina Ji
Uchit homeopathy doctor ki dekhrekh main aap apne bacche ko homepathy medicines de sakti hai. multivitamin tablets dene se accha aap use prakratik rup se aahar ke jariye vitamins aur jaruri poshak tatva bacche ke sharir tak pauchayein.
Cheers
Hema
minakshi says
sir meri beti 4years old h vo jada bimar rehti h
Hindi MyLittleMoppet says
minakshi Ji
Koi bhi upay batane se pehale ye janana jaruri hai ki bacchi ko kya beemari rehati hai. kripya vistar mai bataye tabhi koi upay bataya ja sakta hai.
Cheers
Hema