भारतीय संस्कृति में सुनहरे रंग का खास महत्व है। रोज के खाने पीने से लेकर त्योहारों में भी सुनहरे रंग का किसी न किसी रूप में प्रयोग होता है। इसी परंपरा को जारी रखा जाता है,(chote bachchon ke liye sunharaa haldi wala doodh) छोटे बच्चों के लिए सुनहरा दूध के रूप में। यह सुनहरा दूध वास्तव में हल्दी वाला दूध होता है।
भारत के घरों में हल्दी वाला दूध पीने की बहुत प्राचीन परंपरा रही है। हल्दी के औषधीय गुणों के कारण दादी-नानी के नुसख़ों में इसका अधिकतम उपयोग किया जाता रहा है। यही चमत्कारिक गुण छोटे बच्चों को हल्दी वाले दूध के रूप में दिये जा सकते हैं। इस सुनहरे दूध के अनेक फ़ायदों में से कुछ को आपकी सहायता के लिए यहाँ बता रहे हैं:
- यह दूध माइक्रोबियल गुणों से भरपूर होता है।
- छोटे बच्चों के लिए सुनहरा दूध सांस संबंधी बीमारियों के इलाज में प्रभावी होता है।
- हल्दी सर्दी, खांसी और खराब गले में अत्यधिक लाभदायक होती है, इस कारण हल्दी वाला दूध सर्दी में अत्यंत लाभकारी होता है।
- हल्दी का उपयोग रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है
इन्हीं चमत्कारी गुणों के कारण (chote bachchon ke liye haldi wala doodh)हल्दी के दूध को पिघला सोना भी कहा जाता है। तो आइये देखते हैं की किस प्रकार आप इस गुणकारी पदार्थ को और अधिक पौष्टिक बना सकती हैं:
छोटे बच्चों के लिए सुनहरा पेय(haldi wala doodh)
जब आप अपने समय को एक आनंद दायक कॉफी के कप से सजाना चाहतीं हैं, तो क्यूँ न आपके नटखट बच्चे भी एक हेल्दी पेय (chote bachchon ke liye sunharaa dudh)का आनंद लें। यह सुनहरा पेय न केवल रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक होगा बल्कि एक कप हल्दी वाला दूध सर्दी की तकलीफ को दूर भी सरलता से कर सकेगा !
सामग्री :
- 1 कप दूध
- 1 चम्मच हल्दी पाउडर
- ¼ चम्मच काली मिर्च पाउडर
- ¼ बादाम पाउडर
- 1 बड़ा चम्मच शहद या आपके बच्चे की पसंदनुसार
विधि :
1. एक बर्तन में दूध को उबलने के लिए रख दें। अब इसमें हल्दी और दालचीनी , काली मिर्च पाउडर मिला दें ।
2. धीमी आंच पर दूध को थोड़ा और गरम करें। अब इसमें बादाम पाउडर मिलाते हुए गैस को बंद कर दें, सबको अच्छी तरह मिला लें।
4. अब इसमें शहद मिला दें और गरमागरम सुनहरा दूध तैयार है।
एक वर्ष से ऊपर के बच्चों के लिए हल्दी वाला सुनहरा दूध बहुत लाभकारी होता है। सर्दी में इस दूध को थोड़ी मात्रा में रोज दिया जा सकता है। मीठे स्वाद के लिए इसमें शहद मिलाया जाता है। यदि आप चाहें तो इसमें गाय के दूध के स्थान पर बादाम का दूध भी मिला सकतीं हैं। इसमें बादाम पाउडर के मिलाने से यह न केवल अधिक पौष्टिक हो जाता है बल्कि स्वाद भी इसका बढ़ जाता है।
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