छह महीने के बाद छोटे बच्चों का ठोस आहार देना शुरू कर दिया जाता है। इस आहार में हर माँ और बच्चे दोनों के लिए प्युरी एक आदर्श आहार माना जाता है। यह प्यूरी अगर सेब-नाशपाती की हो तो और भी अच्छा रहता है। क्यूंकी यह दोनों ही फल मीठे होने के साथ ही आसानी से पच भी जाते हैं। इन्हीं गुणों के कारण आप इन्हें बच्चे के पाँच महीने बाद भी दे सकतीं हैं। तो क्यूँ न आज आपके साथ seb nashpati puree की रेसिपी शेयर करी जाये। इसमें दालचीनी का मेल इस प्यूरी को बच्चों की मनपसंद बना सकता है।
ध्यान रहे की इस रेसिपी को बनाने से पहले आपने अपने बच्चे को सेब और नाशपाती का स्वाद चखा दिया होगा।
नन्हें-मुन्नों के लिए seb nashpati puree कैसे बनाएँ:
यह तो आप जानती ही होंगी की बच्चों के लिए कुछ भी पकाने से पहले स्वच्छता का पूरा ध्यान रखा जाता है। इसलिए इस रेसिपी को शुरू करने से पहले आप कुछ काम इस प्रकार करें। जो भी बर्तन और पकाने में काम आने वाली चीजें हैं उन्हें अच्छी तरह गरम पानी में उबाल लें। इसके अतिरिक्त आप इन्हें किसी अच्छे स्टरलाइज़र से भी साफ कर सकतीं हैं। यह सब करने के बाद आप seb nashpati puree को निम्न विधि से तैयार करें:
1. प्यूरी बनाने के लिए एक अच्छा लाल सेब और ठोस नाशपाती ले लें।
2. दोनों फलों को साफ पानी से साफ कर लें।
3. अब इनके छिलके उतार कर इनमें से बीज़ निकाल लें।
4. इसके बाद दोनों फल छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।
5. एक भरी तले वाला बर्तन लेकर उसमें थोड़ा सा पानी ले लें। इसमें सेब और नाशपाती के साथ थोड़ी सी दालचीनी भी डाल दें। अब बर्तन को ढक दें। जब तक यह प्यूरी थोड़ी गाढ़ी न हो जाये, इसे पकने दें।
6. जब यह पूरी तरह से पक जाये तो इसे किसी भारी चम्मच से या मिक्सी में मैश कर लें। अगर आपको इसे पतला करना है तो पानी न मिलाएँ। बल्कि इसके स्थान पर स्तन का दूध या डिब्बे का दूध मिला कर पतला कर लें।
7. तैयार प्यूरी को साफ बर्तन में पलट कर बच्चे को खिला दें।
8. कोई भी नया खाना देने से पूर्व तीन दिन वाले नियम का पालन करना न भूलें।
9. ध्यान दें: यदि आप दालचीनी नहीं मिलाना चाहतीं हैं तो सादी सेब-नाशपाती प्यूरी भी बना सकतीं हैं।
10. आप इस प्यूरी में और कौन से मसाले मिला सकती हैं, यह जानना चाहतीं हैं तो यहाँ देखें:
11. छोटे बच्चों के खाने में मसाले कब मिलाएँ ?
पोषण संबंधी जानकारी
- सेब में भरपूर मात्रा में फाइबर और विटामिन सी होता है।
- खाने में फाइबर की मात्रा पाचन तंत्र मजबूत करती है और कब्ज़ करने से रोकती है।
- 100 ग्राम फाइबर में 52 किलो कैलोरी होती हैं
- नाशपाती भी फाइबर और विटामिन सी के गुणों से युक्त होती है
- नाशपाती एक अच्छा सुपाच्य भोजन माना जाता है।
- इसमें 100 ग्राम में 57किलोकैलोरी होती है।
- दालचीनी को अच्छा एंटीऑक्सीडेंट माना जाता है।
यदि आप केवल सेब प्यूरि बनाना चाहतीं हैं तो यहाँ देखें
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