“अगर कोई यह सोचता है की वो किसी भी प्रकार का अंतर लाने के लिए बहुत छोटा है तो उसने निश्चय ही कमरे में एक मच्छर के साथ सोने का अनुभव नहीं किया है ”- क्रिस्टीन टॉड व्हीटमैन
प्रकृति के वातावरन में मच्छर वो जीव जन्तु हैं, जिन्हें बड़े से बड़ा पशु-प्रेमी भी अपना पीछा छुटाना चाहता है। वातावरण में मच्छरों की अनेक प्रजातियाँ पाई जाती हैं जो अधिकतर नमी और गरम क्षेत्रों में जन्म लेती हैं और इसी कारण से भारत में सबसे अधिक मच्छर पाये जाते हैं। वैसे तो पूरे वर्ष मच्छरों का प्रकोप रहता है लेकिन बरसात के मौसम में मच्छरों का हमला किसी आतंक से कम नहीं माना जा सकता है। बारिश की पहली बौछार के साथ ही अधिकतर भारतवासी मच्छरों से बचाव का उपाय भी करना शुरू कर देते हैं।
मच्छर अनेक बीमारियों जैसे डेंगू, चिकनगुनिया, पीलिया और जाइका आदि के फैलने में सहायक होते हैं। इसके अलावा मच्छरों के काटने से कुछ लोगों को एलर्जी जैसा भी होने लगता है जो निश्चय ही बहुत कष्टकारी होता है।
अगर आपको स्वयं को मच्छरों के प्रकोप से बचाने का उपाय करना हो तो आप सरलता से किसी भी कैमिस्ट से मच्छर मारने वाली शीशी ला सकतीं हैं, लेकिन क्या आप जानतीं हैं की उसमें हानिकारक तत्वों का समावेश होता है। नवीनतम शोध के अनुसार इस तरल पदार्थ के निर्माण में एक हानिकारक पदार्थ डीट का प्रयोग होता है जो कीटनाशक है और जिसका व्यक्ति और पर्यावरण पर भयावह प्रभाव होता है। इसी कारण पर्यावरणविद इन शीशियों के उपयोग के लिए मना करते हैं। इसके अलावा इन शीशियों का प्रभाव केवल कुछ सीमित समय के लिए ही होता है उसके बाद यह निष्प्रभावी हो जातीं हैं।
इसलिए मच्छरों से बचाव के लिए प्राकर्तिक उपाय ही सर्वश्रेष्ठ होते हैं जो आपसे दूर रहकर कार्य करें और आप बिना किसी दुष्प्रभाव के मच्छरों के प्रकोप से बचे रहें।
मच्छरों से बचाव के 10 प्राकृतिक उपाय(machar se bachne ke upay):
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सुगंधित तेल का स्प्रे :
मच्छरों से बचाव का सबसे अच्छा उपाय है की आप घर में गंध वाले तेल से किटाणु नाशक तेल का निर्माण कर लें। यह सुगंधित तेल न केवल घर को महका देते हैं बल्कि मच्छरों को भी आपसे दूर रखते हैं क्यूंकी इनकी तेज गंध मच्छरों को पसंद नहीं आती है। आप एक शीशी में गंध वाले तेल में थोड़ा सा पानी मिलाकर एक स्प्रे की बोतल तैयार कर लें और इसके उपयोग से निश्चय ही आप मच्छरों के आतंक से बच सकतीं हैं। इसके लिए आप निम्न में से किसी भी तेल का उपयोग कर सकतीं हैं:
- लेमन युकोलिप्टस
- सीनोमोन
- लेवेंडर
- नीम
- टी ट्री ऑइल
इस प्रकार से बने हुए कीटाणुनाशक तेल का उपयोग आप तीन वर्ष से अधिक के बच्चों पर भी कर सकतीं हैं। लेकिन बच्चों पर प्रयोग करने से पहले उसका एलर्जी टेस्ट करके देख लें। कभी भी बिना पानी मिला तेल शरीर पर सीधे न करें। यदि आपको अभी भी प्रयोग के बारे में संदेह हो तो उसका प्रयोग बच्चों पर सीधे प्रयोग के स्थान पर किसी पर्दे या फर्नीचर पर करके देख लें। सुरक्शित महसूस होने पर ही इसका इस्तेमाल छोटे बच्चों के लिए करें।
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सिट्रोनेला केंडल :
सिट्रोनेला के प्रकार की हर्ब है जिसकी गंध मच्छरों को पसंद नहीं आती है, इसलिए सिट्रोनेला केंडल को जलाने
से वातावरण को बड़ी सरलता से मच्छर मुक्त किया जा सकता है। यदि आप चाहें तो इंटरनेट से विधि लेकर आप यह केंडल अपने घर में भी बना सकतीं हैं। इसके लिए आपको मोमबत्ती बनाने वाले वैक्स, सिट्रोनेला तेल और मोमबत्ती के लिए एक बत्ती की आवश्यकता होगी। अपने हाथ से बनी इस मोमबत्ती को जलाकर अपने वातावरण को मच्छर मुक्त बहुत सरलता से कर सकतीं हैं।
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मच्छर मारक पौधे:
भारत में विभिन्न प्रकार की वनस्पतियाँ मिलती हैं जिनमें वो पौधे भी हैं जो मच्छरों को मार करवातावरन को स्वच्छ रखने में सहायक होते हैं। इन पौधों में पवित्र तुलसी का पौधा,लेमनग्रास और पुदीना का पौधा मुख्य माने जाते हैं। इन पौधों को अपने बाग या वरांडे में लगाने से आप बारिश के मौसम में अपनी बगिया का सरलता से बिना मच्छरों के आतंक के आनंद ले सकतीं हैं।
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कपूर:
भारत में रहने वाला हर व्यक्ति कपूर के नाम और इसकीने के लिए एक कटोरे में थोड़ा सा पानी लेकर उसमें कपूर भिगो कर कमरे के कोने में रख दें। थोड़े ही समय में कपूर से उठने वाली गंध और धुआँ मच्छरों को दूर भागा सकता है। आप इसका कई दिनों तक मच्छरों को भगाने के लिए उपयोग कर सकतीं हैं,ऐसा करने के लिए आपको सिर्फ पानी ही बदलना होगा।
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हर्ब स्मोक :
कुछ इस प्रकार की हर्ब भी होती हैं जिनका धुआँ मच्छरों को वातावरण से मुक्त करने में सहायक होतीं हैं। ऐसी हर्ब में रोजमेरी, सगे आदि का नाम लिया जा सकता है। इनको जलाने से उठने वाला धुआँ मच्छरों को दूर कर देता है। जब आप कमरे की चारदीवारी से बाहर अपने बाग में बैठीं हों तो इन हर्ब्स को किसी सुरक्शित स्थान पर रखकर जलाने से मच्छरों को काटने से सरलता से रोका जा सकता है। यह प्रयोग करते समय बस इस बात का ध्यान रखें की हर्ब के साथ कोई आग पकड़ने वाली चीज न रखी हो और वह बच्चों की पहुँच से भी दूर होनी चाहिए।
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मेसन जार रेपलेंट :
घर में मच्छर मारने के साथ ही रंगों की विभिन्नता लाने में मेसन जार रेपलेंट का प्रयोग किया जा सकता है। Tiphero में इस प्रकार के रेपलेंट को बनाने की पूरी विधि बताई गई है। आप इसको बनाना चाहें तो इसके लिए एक जार के अतिरिक्त कुछ नींबू, रोसमेरी, लेमन इकोलिप्टस तेल और टी केंडल की जरूरत होगी। इस जार की सहायता से आप अपने कमरे को सजा भी सकतीं हैं।
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नींबू और लौंग :
यह बिलकुल पोमन्दर बनाने जैसा है। सामान्य रूप से मच्छरों को खट्टे फल विशेष रूप से नींबू बिलकुल पसंद नहीं आते हैं। इसलिए इस विधि के अंतर्गत आप कागदी नींबू को दो टुकड़ों में काट लें और इसके गूदे में आप जितनी संभव हो सकें लौंग लगा लें। अब सभी नींबू को आप एक प्लेट में इस प्रकार रखें की लौंग वाली साइड ऊपर की ओर हो जाये। इसके बाद आप देखेंगी की सभी मच्छर इन नींबू और लौंग की खुशबू के कारण बहुत दूर चले जाएँगे और आप निश्चिंत होकर स्वच्छ और खुशुबदार वातावरण का आनंद ले सकतीं हैं।
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मच्छर पकड़ने का जाल :
The Indian Spot में मच्छरों और मक्खियों को पकड़ने के लिए बनाए जाने वाले जाल का तरीका बताया गया है। इसे बनाने के लिए आपको एक प्लास्टिक की बोतल, एपल साइडर विनेगर और लिक्विड डिटेर्जेंट की जरूरत होगी। एक घंटे से भी कम समय में आप खुद का बनाया हुआ एक ऐसा जाल तैयार कर सकतीं हैं जिसमें यह शैतान कीड़े पकड़े जा सकते हैं।
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खड़ा पानी न हो :
जैसा की आप जानती हैं की अगर किसी भी स्थान पर पानी का बहाव न हो और लंबे समय तक पानी एक स्थान पर खड़ा रहे तो वहाँ मच्छर जन्म ले लेते हैं। अगर एक सप्ताह तक एक चम्मच पानी भी कहीं हो तो वहाँ लाखों मच्छर जन्म ले लेते हैं। इसलिए यह बहुत जरूरी है की कोई भी ऐसी जगह जहां पानी इकठ्ठा हो सकता है, जैसे चिड़ियों के नहाने के बर्तन, कबूतर के पानी का बर्तन आदि उल्टा करके रख दिये जाएँ जिससे उनमें पानी इकठ्ठा न हो सके और मच्छरों के जन्म लेने की संभावना खत्म हो जाये।
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भौतिक रुकावटें:
मच्छरों को दूर करने का सबसे सरल उपाय है की उन्हें घर से बाहर ही रखा जाए। स्वयं इस प्रकार के कपड़े पहनें जिससे आपके हाथ और पैर पूरी तरह से ढक जाएँ। शाम होने से पहले ही खिड़की और दरवाजे बंद कर दें जहां से मच्छरों के अंदर आने का खतरा हो। रात को मच्छरदानी का इस्तेमाल करें, विशेषकर नवजात शिशु के सोने वाले स्थान पर इसे पूरी तरह से लागाएँ।
जैसा की आपने देखा मच्छरों को भगाने के लिए अनेक इस प्रकार के तरीके हैं जिनमें किसी प्रकार के कैमिकल का उपयोग नहीं किया गया है। यदि आप चाहें तो आप इनका अपनी जरूरत के अनुसार प्रयोग करें और इन तरीकों को बदलते रहें जिससे मच्छर एक तरीके के आदि न हो जाएँ और हर बार नए तरीके से वो घर से बाहर ही बने रहें। हर बार उन्हें सोचने पर मजबूर करें की वो क्या है जो उन्हें घर से बाहर रखने में कामयाब हो रहा है।
Asif says
Wow what a dimag
Pankaj nirmalkar says
That suggestions is damn good and j will try that in my home..
Hindi MyLittleMoppet says
thank you pankaj ji
Ravina says
Hello mam,
Your suggestion is too good.
Muje apse or b kuch advice chahiye.mera beta 3.3 year ka.vo viral ki chapet me bhot jaldi aa jata h.khansi jukam to chlta hi rhta h.physically bhot kamjor ho gya h.13 kg weight h uska.jb 1.6 ka ta tb use dengu ho gya ta.height badh ri h but body me koi jaan ni h.abi b viral fever ho gya ta.per dard krne lag jate h.thak jata h.
Me kya kru plz muje btaiye
Hindi MyLittleMoppet says
Dear Ravina Ji
Apke bacche ki immunity weak hai. Usse immunity boosting products de. Products ki list janane ke liye click karein – http://bit.ly/2KhUxlc. Saath hi usse weight gaining products bhi de. bacchon ka wajan badhane ke liye 20 superfood ki list dekhne ke liye click karein – http://bit.ly/30YRDJQ. aasha karti hu ye jankari apke kaam ayegi.
cheers
Hema
Ravina says
Thank u so much mam