दिवाली आने वाले है। चारो तरफ मिठाइयों और पटाखों की दुकाने सजी हुयी है। बच्चों के लिए दीपावली का मतलब ही है धमाल और आतिशबाजी। लेकिन दिवाली की चेहलपेहल के बीच कहीं कोई अनहोनी ना हो जाये इसके लिए हम लाएं है आपके लिए सुरक्षित दीपावली मनाने के 50 उपाय ।
सुरक्षित दीपावली मानाने के 50 उपाय
12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए खरीदें इस तरह के पटाखे
- क्या आपको मालूम है फुलझड़ियां खाना बनाने वाले गर्म तेल के मुकाबले 5 गुना ज्यादा गर्म होती हैं. इसलिए यदि आपका बच्चा 5 साल से कम उम्र का है तो उसे कभी फुलझड़ियां न दें.
- अनार, संकु चक्रम, चकरी और फूलझड़ी दूसरे बच्चों द्वारा इस्तेमाल किए जा सकते हैं.
- अगर बच्चे एटम बॉम्ब या रोकेट जैसे पटाखों का इस्तेमाल कर रहे हैं तो उन्हें हमेशा बढ़ों की निगरानी में ही करना चाहिए.
मोम्बती के प्रयोग के दौरान इन बातों का रखें खास ख्याल
अक्सर ही दिवाली पर पटाखों को जलाने के लिए हम मोम्बती का इस्तेमाल करते हैं लेकिन फुलझड़ी और दूसरे पटाखों को जलाते वक्त कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है जो निम्नलिखित हैं:
- मोम्बती को पटाखों से दूर रख कर ही जलाएं.
- मोमबत्ती के पास किसी भी पटाखे या ऐसे पदार्थ को न रखें जो आसानी से आग पकड़ ले.
- मोमबत्ती को जलाते वक्त उसे ऐसी जमीन पर ऐसे रखें कि वह वहां मजबूती से चिपक जाए.
- मोमबत्ती को ऐसी जगह रखें जहां उसके और सतह के बीच कम से कम तीन फीट का फासला हो.
पटाखे जलाते वक्त इन बातों का रखें खास ख्याल
अगर आप अपने बच्चों (5 साल की उम्र से अधिक) को फूलझड़ी जलाने दे रहे हैं तो नीचे दी गईं बातों का अवश्य ध्यान रखें.
- एक बार में एक ही फूलझड़ी जलाएं.
- छोटे बच्चे को गोद में उठा कर कभी फूलझड़ी न जलाएं.
- फूलझड़ी के जलने के बाद उसे पानी से भरी हुई बालटी के अंदर रख दें.
- बच्चों को फूलझड़ी देते वक्त हमेशा उन्हें इसे जलाने का सही तरीका बताएं.
- बच्चों को दिखाएं कि उन्हें किस तरह से फूलझड़ी को पकड़ना है और उसे उसके अंतिम छोर से पकड़ के अपने शरीर से दूर रखते हुए जलाना है.
- बच्चों को बताएं कि उन्हें फूलझड़ी किसी भी व्यक्ति के पास नहीं जलानी चाहिए और उन्हें जलती हुई फूलझड़ी लेकर नहीं भागना चाहिए.
पटाखे जलाने के लिए एक जगह को कैसे तैयार करें?
आतिशबाजी के साथ अपनी दिवाली शुरू करने से पहले इन बातों का ध्यान रखें ताकि आपके बच्चों के लिए आतिशबाजी के दौरान एक सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित किया जा सके
- एक खाली जगह का चुनाव कर लें जहां किसी तरह के वाहन और पेड़ पौधे न हों. मैंने देखा है कि जगह की कमी के कारण कई लोग पार्किंग एरिया में पटाखे जलाते हैं.
- पटाखे जलाने से पहले पास में एक या दो बालटी पानी अवश्य रखें.
- पटाखे जलाते वक्त आंखों की सुरक्षा के लिए प्रोटेक्शन और ग्लव्स का प्रयोग करें.
- आतिशबाजी के लिए हल्के फुल्के पटाखों को अपने पास जरूर रखें.
- रॉकेट और स्पिनवील्स जैसे पटाखों को जलाने के लिए उपयुक्त लॉन्चर का प्रयोग करें.
- पटाखे जलाते वक्त हमेशा दवाइयों का एक डिब्बा तैयार रखें.
- पालतु जानवरों को पटाखों की जगह से दूर रखें.
सुरक्षित दिवाली के लिए इन बातों का रखें ध्यान
- बढ़ों की निगरानी
- अच्छी क्वालिटी के पटाखे ही खरीदें.
- चक्री और अनार जैसे पटाखों को बराबरी सतह पर ही रखें.
- पटाखे जलाते वक्त बंद जूते और फिटिंग वाले कपड़े पहने
- पटाखों को एक हाथ की दूरी पर छोटी मोमबत्ती से ही जलाएं.
- इस बात का ध्यान रखें कि बच्चे एक बार में एक पटाखा ही जलाएं.
- इस्तेमाल किए गए पटाखों को पानी की बाल्टी या मिट्टी में रख दें.
- पटाखे जलाने के लिए मोमबत्ती का प्रयोग करें.
- पटाखे जलाने से पहले आस पास की जगह की जांच कर लें.
- हमेशा दवाइयों के बॉक्स को तैयार रखें.
दिवाली पर ऐसा न करें
- कभी भी जले हुए पटाखे को अपने हाथ में पकड़ कर न रखें
- कभी भी ढीले और हवा से आसानी से उड़ने वाले कपड़े न पहने
- बच्चों को जेब में पटाखे रखने की इजाजत न दें.
- कभी भी जलाए गए पटाखे के पास न जाएं. अगर वह पटाखा न जला हो तब भी क्योंकि ऐसी स्थिति में विस्फोट होने का खतरा रहता है.
- कभी भी पटाखों को घर के अंदर या गलियारों में न जलाएं.
- पटाखे जलाने के लिए कभी नीचे न झुकें.
- पटाखों को जलाने से पहले उन्हें कभी भी कंटेनर में न डालें
- यदि आपके आस पास पेड़ पौधे या तारें है तो बच्चों को हवा में फटने वाले पटाखे न जलाने दें.
- कभी भी इस्तेमाल किए गए पटाखों को पब्लिक एरिया या सड़कों पर न फेकें.
- कभी भी बच्चों को किसी व्यक्ति की ओर या किसी व्यक्ति पर जलाए हुए पटाखे न फेंकने दें.
जलने पर प्राथमिक चिकित्सा
दिवाली के दौरान पटाखो से जलना स्वाभाविक है इसलिए पटाखे जलाने से पहले हमेशा दवाइयों का बॉक्स तैयार रखें.
फर्स्ट ऐड का प्रयोग करने से पहले जलने की मात्रा का ध्यान रखें.
अगर किसी बच्चे या बढ़े के पटाखे से जल जाए तो निम्नलिखित कार्य करें
- शरीर के जले हुए हिस्से को ठंडे पानी के नीचे रखें और अगर आपको बहुत ज्यादा दर्द नहीं हो रहा है तो गीले कपड़े को जले हुए भाग पर रख लें.
- जले हुए हिस्से पर बर्फ का इस्तेमाल न करें क्योंकि इससे आपकी चोट ज्यादा बढ़ सकती है.
- जले हुए हिस्से पर अगर कपड़ा है तो हटा लें. या आपने चूड़ी, अंगूठी या पायल जैसी कोई भी चीज पहनी हुई है तो उसे उतार लें क्योंकि जला हुआ भाग कुछ वक्त में सूज जाएगा और आपको बाद में इन्हे उतारने में परेशानी होगी.
- छाले होने पर उन्हें न फोड़े
- अगर केवल सतही हिस्सा जला है तो ऐसे में आपको सिल्वरेक्स जैसी दवाई से आराम मिल सकता है और उसे आप जले हुए भाग पर लगा सकते हैं.
- अगर आपकी आंख या आंख के आस पास का हिस्सा जला है तो ऐसे में तुरंत अपनी आंखों पर पानी डालें और एमरजेंसी में कॉल करें.
- अगर व्यक्ति धुए में सांस नहीं ले पा रहा है तो उसे वहां से ताजी हवा वाले क्षेत्र में ले जाएं और उसे आपालकाल में अस्पताल ले जाएं.
जले हुए भाग को जल्दी ठीक करने के लिए करें ये उपाय
- ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं.
- तेजी से उपचार के लिए एंटीऑक्सीडेंट में समृद्ध खाद्य पदार्थ खाएं.
- यदि आपका ज्यादा हिस्सा जला है तो ऐसे में आप तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करें.
सुरक्षित दीपावली मनाने के 50 उपाय अपनाये और ख़ुशी ख़ुशी इस खुशियों भरे त्यौहार का मज़ा लें।
आप सभी को शुभ दीपावली।
ये भी पढ़ें – दिवाली के लिए अपना घर तैयार करने के 7 आसान उपाय
आप सभी पाठकगण मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। कृपया मुझे अवश्य बताएँ कि मैं आपकी सहायता किस प्रकार कर सकती हूँ।
आप अपने प्रश्न मुझसे फेसबुक के ज़रिये भी पूछ सकते हैं।
प्रातिक्रिया दे