बच्चों में कब्ज अभिभावकों को बच्चों से अधिक परेशान कर सकता है। क्या आप भी इसी परेशानी से गुजर रहे हैं ? तो पढ़िए बच्चों में कब्ज से राहत पाने के 10 उपाय।
बच्चों की पॉटी ज्यादा जरूरी है!!!!
बच्चों में कब्ज से राहत पाने के 10 उपाय
कैसे जानेंगे कि आपके बच्चे को कब्ज है?
सामान्यतः हर बच्चे की मल त्यागने की क्रिया अलग होती है तथा यह उनकी आयु व खानपान पर निर्भर करती है।
हर बच्चा अलग तरीके से मल त्याग करता है। यह जानने के लिए की बच्चे को कब्ज है या नहीं उसकी दिनचर्या में क्या बदलाव आया है उसपर निर्भर करता है।
मैंने बहुत से ऐसे बच्चों को बाल्यचिकित्सक ओ. पी. डी. में देखा है जो चार दिन में केवल एक बार ही मल त्याग करते हैं।
आमतौर पर स्तनपान करने वाले बच्चे के लिए 7 दिन तथा बोतल से दुध पीने वाले बच्चों के लिए 4 दिन तक मल न त्यागने पर उन्हें कब्ज पीड़ित घोषित किया जा सकता है।
कब्ज के लक्षण
1. यदि पॉटी बहुत सख्त और कंकड़ जैसा और सूखा है तो यह कब्ज का लक्षण है जो यह दर्शाता है कि मलाशय में लम्बे समय से मल रहा है जिसके कारण उसमें जल का अवशोषण हो चुका है।
2. यदि बच्चा मल त्याग करने का प्रयास करते वक्त रोता है।
3. मल में रक्त होना, ऐसा शायद अत्यधिक तनाव के कारण रक्त वाहिकाओं के क्षतिग्रस्त होने के कारण हो सकता है।
4. कब्ज होने पर उल्टियां व पेट में हाथ लगाने से भी दर्द का एहसास होता है।
बच्चों में कब्ज से राहत पाने के 10 उपाय
1. मां का दूध प्राकृतिक रेचक का कार्य करता है, अतः बच्चे को कब्ज होने पर भी स्तनपान कराते रहें। केवल स्तनपान करने वाले बच्चों में यदि ऊपरोक्त लिखे लक्षण दिखे तथा उसने 7 दिन से मल त्याग नहीं किया हो तो बालचिकित्सक की सलाह अवश्य लें।
2. यदि बच्चे को फॉर्मूला आधारित खानपान देतें है तो उसका फॉर्मूला बदलने की कोशिश करें।
3.जो बच्चे ठोस आहार खाते हैं, उन्हें निम्नलिखित आहार दे सकते हैं।
- सूखा आलूबुखारा
- आडू
- मटर
- आलूबुखारा
- खुबानी
सूखा आलूबुखारा का रस बहुत असरदार होता है। यह बच्चों में फाइबर ग्रहण की मात्रा बढ़ाता है।
4.गाजर, चावल, अनाज, पावरोटी, आलू, सेब सॉस (याद रखें सेब का रस कब्ज में आराम देता है), स्क्वैश, योगर्ट, आदि से परहेज करें।हर बच्चे को अलग अलग खाद्य सामग्री से कब्ज होता है इसलिए एक खाद्य तालिका बनाये तथा जिन खाने की चीजों से आपके बच्चे को कब्ज हो उन्हें ध्यान में रखते हुए उनका परहेज करें।
5.यदि आपका बच्चा ठोस आहार खाता है तो खाने के समय के बीच उसे पानी पिलाये जिससे निर्जलीकरण से बचने में सहायता मिलती है तथा यह मल में पानी की मात्रा को बढ़ाता है और मल को नर्म करता है।
6. चार माह से ऊपर के बच्चों को उकडू बैठाने की कोशिश करें जिससे मल त्यागने में आसानी होगी।
7. बच्चे को हल्का-सा गरम पानी के टब में भी रख सकते हैं, यह मांसपेशियों को आराम देगी और आसानी से मिल त्यागने में मदद करेगी।
8. मां के दूध में अरंडी के तेल की कुछ बूंदें मिलाकर बच्चे की जीभ पर रखें, ध्यान रहे मिश्रण देने से पहले हाथ को अच्छे से धोएं।
9. पेट पर नारियल या अरंडी के तेल से हल्का मालिश करें।
10. रेचक या सपोजिटरी का प्रयोग अंत में ही करें, बच्चे को इसकी आदत हो जायेगी और उसे देने पर ही वह मल त्याग कर पायेगा।
अगर निम्न लक्षण रहे तो बालचिकित्सक को अवश्य दिखाये व सलाह लें –
- बुखार
- उल्टी
- बहुत रोना
- मल में रक्त
- सख्त और कड़ा पेट
आशा करती हूँ यह लेख आप सबके प्रश्नों के उत्तर देने में कि बच्चों को कब्ज से कैसे राहत दें सक्षम तथा उपयोगी होगा। यदि कोई प्रश्न हो तो कृपया नीचे लिखे, हम जल्द से जल्द आपके सवालों का उत्तर देंगे।
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puja rout says
Mere bacce kahead Abhi tak majbut nahi Hua h uper me Abhi tak pil pil Karta h plz koi upay bataiye
Hindi MyLittleMoppet says
Puja Ji
Aapne apne bacche ki age nahi batayi. aksar 6 mahine tak baache ka sar puri tarah se thos nahi hota. isliye chinta ki koi baat nahi hai.
apki sakhi
Hema
Riya says
Meri beti 19 months ki Jai aur usko kabaj rehta hai, Koshish Karti hai but potty Nahi Hoti…please suggest.
Hindi MyLittleMoppet says
Riya ji
aap bacche ko high fibre vala aahar dein. saath hi bacche ko khoob pani pilaye. ek nishit samay par usko toilet mai roz bethaye. aap kabjnashak juice bhi try kar sakti hai. jiski recipe is blog main di gayi hai. aasha karti hu ye upay aapke kaam ayenge.
Cheers
Hema