सर्दियों का मौसम शुरू ही होने वाला हैं। क्या आपको सर्दियों का मौसम पसंद हैं? शायद हाँ भी और नहीं भी। आपको कभी ठंड का मौसम पसंद आता होगा और कभी नहीं भी। ऐसा इसलिए क्योंकि जब आपके बच्चे सर्दियों के मौसम में ठीक रहते होंगे मतलब की इस मौसम में बीमार नहीं पड़ते होंगे तो आपको ये काफी अच्छा लगता होगा पर वही अगर बच्चे इस मौसम में बीमार पड़ जाएँ, सर्दी खांसी हो जाएँ या फिर उनके स्वास्थ्य में किसी भी प्रकार की परेशानी होती होंगी तो आपको ये मौसम बिलकुल पसंद नहीं होगा। इसलिए हम बच्चों को ठण्ड से बचाने के 50 आसान टिप्स लाएँ हैं जिससे आप अपने बच्चे को ठंड से होने वाली बीमारियो से लड़ने में सहायता कर पाएँगी और आप ठंड के मौसम में बेफिक्र होकर अपने बच्चे और परिवार वालों के साथ ठंड का मजा ले पाएँगी।
बच्चों को ठण्ड से बचाने के 50 आसान टिप्स
बच्चो को ठंड से बचाना बहुत कठिन नहीं हैं बस आपको कुछ हैल्थ टिप्स अपनाने होंगे और साफ़ सफाई का ध्यान रखना होगा। आईये जाने बच्चों को ठण्ड से बचाने के 50 आसान टिप्स क्या है।
#1. हाथो को धोना
हमलोग बच्चे के हाथ को ठंड में कम धोना चाहते हैं क्योंकि पानी छूने में काफी ठंडा होता हैं और बच्चे भी पानी को छूने में डरते हैं, पर ये सही नहीं हैं। बच्चे के हाथ को हमेशा खाना खाने से पहले और बाद में जरूर धुलवाएँ इसके लिए आप गरम पानी या हैंड सेनीटाइजर का भी प्रयोग कर सकती हैं। जिससे बच्चे को किसी भी संक्रमण रोग (इन्फ़ैकशन) से बचाने में मदद मिल सके।
#2. गर्म कपड़ो को रोज धोना
कई लोग मानते हैं की ठंड में कपड़े कम गंदे होते हैं क्योंकि हमे पसीना कम आता हैं इसलिए वे ठंड में अपने स्वेटर या ऊनी कपड़े कम धोते हैं। पर ऊनी कपड़े हमे रोज़ाना धोने चाहिए क्योंकि इनमें जल्दी ही धूल मिट्टी शोषित होता हैं जिसके कारण हमे एलेर्जी का भी सामना करना पड़ सकता हैं।
#3. कमरे में थोड़ी ताज़ी हवा होना
लोग ठंड के मौसम में खास कर अपने कमरे के खिड़की दरवाजे बंद रखते हैं और हीटर चला कर रखते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं गरम बंद कमरे ज्यादा किटाणु होते हैं खुले कमरे से ज्यादा। इसका मतलब ये नहीं की आप ठंड में पूरे समय कमरे खोल कर रखे। बस आप थोड़ी देर अपने कमरे की खिड़की और दरवाजा खोल कर रखे जिससे कमरे में सूर्य की किरणे और ताज़ी हवा जाएगी। सूर्य के यू वी किरणे में किटाणु नाशक गुण भी होते हैं।
#4. बच्चे को आवश्यकता अनुसार कपड़े पहनाएँ
हर बच्चे एक जैसे नहीं होते और उनका शरीर तो खासकर एक जैसा नहीं होता। किसी के शरीर का तापमान गरम भी होता और किसी का सामान्य। इसलिए जब भी आप अपने बच्चे को गरम कपड़े पहनाए तो सबसे पहले ये देख ले की उनका शरीर के लिए कितने कपड़े आवश्यक हैं न की दूसरे बच्चो को देखकर ज्यादा कपड़े पहनाएँ। और साथ ही ये मौसम के अनुसार भी होना चाहिए।
#5. मुलायम कपड़े को चुने
हमेशा बच्चो को ऊनी कपड़े पहनाने से पहले एक सूती कपड़ा या टीशर्ट जरूर पहनाएँ। और जब भी स्वेटर या जाकेट बच्चे को पहनाएँ तो ये जरूर देख ले की उसमें चैन लगी हैं की नहीं जिससे आपको और आपके बच्चे को आसानी होगी निकालने में। साथ ही आप जब अपने बच्चे को मोजे या दस्ताना पहनाएँ तो ध्यान दे की वो मुलायम और पतले हो जिससे बच्चे आराम से पहन ले।
#6. सर पर पहनाने के लिए
ठंड के मौसम में बच्चो टोपी जरूर पहनाएं। जिसमें बच्चे के कान अच्छे से ढके हो और बच्चे को ठण्ड से बचने में मदद मिले। जो भी जैकेट या स्वेटशर्ट में टोपी होती हैं उनसे ज्यादा बेहतर हैं कि आप बच्चे को थोड़ी फिटिंग वाली टोपी पहनाएं जिससे उन्हें ठण्ड न लगे और बीमार होने से बचे।
#7. सोते समय आरामदायक कपडे चुने
ठंड के समय बच्चो को बहुत ज्यादा कपडे पहना कर नहीं सुलायें।ज्यादा जरूरी हैं आप अपने कमरे को गर्म करे और बच्चे को सूती और फ्लेनेल का कपडा पहनाएं और एक पतली स्वेटर पहनाएं और ध्यान रहे बच्चे कम्बल ओढ़ कर सोये।
#8. बच्चो के बाल धोये
अधिकतर लोग ठण्ड के समय बच्चे के बाल काम धोना चाहते हैं। लेकिन बच्चो के बाल कम से कम हफ्ते में एक बार जरूर धोये और बालों में हमेशा तेल लगाएं जिससे बच्चे के बाल रूखे और बेजान नहीं होंगे।
#9. सनस्क्रीन लगान न भूले
लोग अक्सर सोचते हैं बच्चो को ठण्ड में सनस्क्रीन की क्या जरूरत है पर ऐसा न करे । जब भी बच्चे बहार धुप में खेलन जाएं तो उन्हें सनस्क्रीन जरूर लगाएं।
#10. मोइस्टूराइसर
बच्चो की त्वचा सर्दियों में रूखी होने लगती हैं इसलिए जरूरी हैं आप उनके त्वचा में काम से कम दिन में दो बार मोइस्टूराइसर जरूर लगा कर रखे। बच्चे को नहलाने के बाद पोछ कर मोइस्टूराइसर जरूर लगा कर हलके हाथ से मसाज करें। जिससे बच्चे को त्वचा संबंधी परेशानी नहीं होगी।
सर्दियों में बहुत जरूरी हैं आप अपने बच्चे को कौन सा तेल लगा रहे हैं। सरसो तेल का उपयोग सर्दियों के मौसम में सबसे बेहतर माना जाता हैं। जैतून का तेल और बादाम का तेल भी आप ठण्ड में बच्चे को लगा सकते हो।पर नारियल का तेल तो बच्चे को गर्मियों में लगाना अच्छा माना जाता हैं।
अपने बच्चे को ठण्ड के मौसम में आप बहुत ज्यादा कपडे या भारी मोठे स्वेटर न पहनाये। हमेशा बच्चे के अनुसार उनहे हलके और मुलायम ऊनि कपडे पहनाएं जिससे बच्चे आसानी से पहन ले।
#13. होठ और गाल पर ध्यान दे
सर्दियों के मौसम में सबसे ज्यादा प्रभाव बच्चे के होठ और गाल पर पड़ता है। होठ जल्द ही फटने लगते हैं और गाल भी सुखने लगते हैं । इसलिए हमें सर्दियों में बच्चो के गाल के लिए मोइस्टूराइसर और होठ के लिए लिप् बाम का प्रयोग करना चाहिए।
सर्दियों में बच्चे के कान का ख्याल रखने के टिप्स
#14. दूध पिलाने के समय ध्यान दे
आप अपने बच्चे को कभी भी सीधे सोते समय बोतल की दूध नहीं पिलायें। इसे बच्चे के कान में परेशानी हो सकती हैं। इसलिए हमेशा बचे के सर के नीचे तकिये लगा कर ही उन्हें दूध पीने को दे।
#15 . कान को हमेशा ढके
बच्चे के कान को ठण्ड से बचाने के लिए मुलायम ऊनी टोपी से ढक कर रखें।
सर्दियों में बच्चे की नाक का ख्याल रखने के टिप्स
#16 . नाक की सफाई
बड़े बच्चे को हमेशा अपने नाक को साफ़ रखने की सलाह दे। जिससे उनके नाक में परेशानी कम हो। छोटे बच्चो के लिए हम नेजल एस्पिरेटर और ईयर सिरिंज का प्रयोग कर सकते हैं।
#17 . ह्यूमिडिफायर
बच्चे के कमरे में अगर हम ह्यूमिडिफायर का प्रयोग करे तो बच्चे के बंद नाक को नमी और हवा मिलने से उन्हें सांस लेने में परेशानी नहीं होगी।
#18 नाक को नियमित रूप से साफ़ करें
सर्दियों में नाक से निकलने वाला चिपचिपा पदार्थ गाढ़ा हो जाता है और सूखने लगता है। इसलिए नाक को नियमित रूप से साफ़ करना जरुरी है। हम अपने बच्चे क बंद नाक की सफाई रोज बड्स की मदद से कर सकते हैं।बस बड्स को थोड़ा गिला कर के नाक को साफ़ कर सकते हैं।
सर्दियों में टीकाकरण
#19 . फ्लू का वैक्सीन
अगर आपके बच्चे को सर्दी और खांसी हमेशा और ज्यादा रहती हैं तो अच्छा रहेगा आप उन्हें फ्लू का वैक्सीन जरूर लगवाये।
सर्दियों में बच्चे की रोगप्रतिरोधक क्षमता कैसे बढ़ाएं
#20 . बच्चे के रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढाने के लिए आहार
बच्चे को सर्दियों के मौसम में जल्द ही बैक्टीरिया और वायरस घेर लेते हैं हैं क्योंकि बच्चे में प्रतिरोधक क्षमता कम होती हैं। इसलिए जरूरी है हम ऐसे आहार का चुनाव करे जिससे बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ सके और बीमारियों से लड़ सके।
#21. बच्चे को पर्याप्त मात्रा में पानी दे
सर्दियो में हम पानी कम पीने लगते हैं। पर ऐसा नहीं करना चाहिए, इसे हमारे शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिलती।इसलिए बच्चो को भी पर्याप्त मात्रा पानी पिलायें। हो सके तो गर्म पानी में जीरा को हल्का गर्म कर के पिलायें बच्चो को लिहे और भी अच्छा रहेगा।
#22 . तरल पदार्थ दे
अगर आपका बच्चा ठण्ड में कम पानी पी रहा हो तो आप उसे कुछ गर्म चीजे बनाकर कर दे जैसे की सूप जिसे बच्चे बहुत शोख से पीते हैं। अगर आप अपने बच्चे को स्तनपान करा रही है तो हो सके तो उसे थोड़ा और पिलायें।
बच्चे को सर्दियों के मौसम में क्या खाने देना चाहिए?
#23 . साबुत अनाज
साबुत अनाज मतलब चावल, जौ, गेहूं, बाजरा, ओट्स में बच्चे के लिए सर्दियों के मौसम के लिए काफी अच्छा होता है।
#24 . लेंटिल्स(मसूर दाल)
दाल में प्रोटीन अच्छे मात्रा में होता हैं और साथ ही ये शरीर को गर्म रखने में भी मदद करता हैं।
#25 . जड़ युक्त सब्जियां
जड़ युक्त सब्जिया जैसे की आलू , चुकंदर, गाजर, मूली मे प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना का गुण होता हैं।
#26 . फल
सर्दियों के मौसम में बच्चे को फल जैसे की अनार, सेब,नारंगी जरूर खिलाएं।
#27 . मेवा
आप अपने बच्चे को ठण्ड में मेवा जरूर खिलाएं। आप मेवा किसी में भी मिलाकर खिला सकते हैं जैसे की रोटी, दलीया, दूध आदि।
#28 . हरी सब्जियां
हरी सब्जियां जैसे की पालक में अधिक मात्रा में विटामिन ए,सी के होता हैं जो बच्चे के लिए बहित ही आवश्यक हैं।
#29 . लहसुन
लहसुन में एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुण होता हैं जिससे बच्चे को बीमारियों से लड़ने में सहायता मिलती हैं इसलिए बच्चे के खाने में लहसुन जरूर मिलाने की कोशिश करे।
#30 . मांसाहारी भोजन
सर्दियों में मांसाहारी भोजन बच्चे को खिलाना अच्छा होता हैं पर ज्यादा नहीं क्योंकि बच्चे को चिकन और मटन पचाने में थोड़ा अधिक समय लग सकता हैं इसलिये बच्चो को रोज मांसाहारी भोजन न दे कर कभी कभी आप खिला सकते हैं।
सर्दियों में बच्चे के साथ एक्टिविटीज़ (गतिविधियां)
#31 . बाहरी गतिविधिया (आउटडोर एक्टिविटीज़)
सर्दियों के मौसम में बच्चे बाहर खेल सकते हैं पर ऐसा तभी करने दे जब बाहर का मौसम बहुत ठंडा न हो या फिर बाहर धुप हो तभी बच्चे को बाहर खेलने दे और इस बात का ध्यान रखे की वो ऊनी कपड़े पहने हो।
#32 . भीतरी गतिविधिया (इंडोर एक्टिविटीज़)
अगर बाहर बहुत ठण्ड हो तो ज्यादा अच्छा रहेगा की आप अपने बच्चे को घर के अंदर ही खेलने को दे ,बहार जाने न दे।
#33 धूप मे खेलने दें
अगर बाहर धुप हो तो बच्चे को बहार जरूर खेलने दे क्योंकि धुप में विटामिन डी का अच्छा स्त्रोत होता हैं। ठण्ड में बहुत से बच्चे कम बहार निकलते हैं जिसके कारण कभी कभी बच्चो में विटामिन डी की कमी हो जाती हैं। इसलिए बच्चो को धुप में थोड़ी देर रखना चाहिए और साथ ही सनस्क्रीन लगाना न भूले।
सर्दियों के मौसम में बच्चे को स्कूल कब नहीं भेजना चाहिए?
#34 . बढ़ा हुआ शरीर का तापमान
सर्दियों के मौसम में अगर आपके बच्चे को 100डिग्री या इससे ज्यादा बुखार हो तो अच्छा होगा आप अपने बच्चे को घर पे ही रखे। शरीर का तापमान अधिकतर वायरल इन्फेक्शन के कारण बढ़ता हैं।
#35 . लाल चकते
अगर आपके बच्चे को शरीर में लाल चक्कते हो रहे हो, तो उन्हें आप घर पर ही रखे और जल्द जल्द से डॉक्टर को दिखाएं क्योंकि इससे इन्फेक्शन भी हो सकता हैं।
#36 . गले में खराश
अगर ठण्ड में बच्चे को बहुत अधिक खांसी हो या गले में खराश हो तो आप बच्चे को घर पर ही रहने दे और अपने डॉक्टर से सलाह ले।और अगर थोड़े बहुत गले में खराश हो तो आप बच्चे को स्कूल भेज सकती हैं।
#37 . बहती नाक/ खांसी
अगर आपके बच्चे के शरीर का तापमान सामान्य हो और सिर्फ थोड़ी सर्दी हो तो आप उन्हें स्कूल भेज सकती हैं। बच्चे को बहुत अधिक सर्दी खांसी हो तो आप उन्हें घर पे ही रखे और डॉक्टर के पास जरूर जाएं।
बच्चों को दूसरों से होने वाले संक्रमण से कैसे बचाएँ ?
बच्चे को जल्द ही इन्फेक्शन हो जाता हैं इसलिये अगर किसी व्यक्ति को इन्फेक्शन या सर्दी खांसी हो तो इस बात का ध्यान रखे की बच्चे उनके संपर्क में काम आएं।
#38 . काम वाली बाई /आया
अगर आप अपने बच्चे के लिए किसी बाई को रखे है तो इस बात का ध्यान रखे की वो जब भी आपके बच्चे के पास आएं तो अपने हाथ को अच्छे से धो कर साफ़ कर ले। अगर बच्चे की बाई को फ्लू या बीमार हो तो अच्छा होगा की आप उससे ठीक होने तक छुट्टी दे दे ।
#39 . खिलौने
अगरे आपके बच्चे दूसरे बच्चो के साथ अपने खिलौने से खेलते हैं तो आप उन खिलौने को अच्छे से धोकर साफ़ करके ही फिर से खेलने दे क्योंकि खिलौने से भी इन्फेक्शन जल्दी फैलता हैं। सर्दियों के मौसम में अपने बच्चे को ज्यादा भीड़ भाड़ वाले स्थान से दूर ही रखने की कोशिश करे।
#40 दिन में देखभाल के लिए
अगर आप अपने बच्चे को दिन में किसी जगह या क्रश में देखभाल के लिए भेजती है तो, वहां के मैनेजमेंट से बात कर सकती हैं कि अगर कोई बच्चा बीमार हो तो उन्हें स्कूल से ठीक होने तक छुट्टी दे दे। जिससे दूसरे बच्चो को इन्फेक्शन होने से बचाया जा सकता हैं।
#41. भीड़भाड़ से बचें
बच्चे को भीड़ भाड़ वाली जगह पर ले जाने से बचें। क्यूंकि अक्सर वहां से बच्चे में संक्रमण आने का खतरा रहता है।
दवाइयां
#42 . अपने मन से दवाई न दे
बहुत सी माएं बच्चे के बीमार होने पर खुद ही दवाई दे देती हैं। पर ऐसा न करे क्योंकि जो भी एंटीबायोटिक डॉक्टर आपको देने की सलाह देते हैं बच्चे के इन्फेक्शन के अनुसार देते हैं। मान लीजिये आप वही दवाई दे रही हो जो आपको पहले डॉक्टर ने देने की सलाह दी हो पर ये जरूरी नहीं हैं कि बच्चे को वही एंटीबायोटिक फिर से जरूरी हो,हो सकता हैं बच्चे को उससे कम और ज्यादा मात्रा में एंटीबायोटिक की जरूरत हो। इसलिए अपने मन से बच्चे को कभी भी दवाई न दे खासकर के एंटीबायोटिक।
ऐसे कौन से लक्षण हो सकते हैं जिसमें बच्चे को तुरंत डॉक्टर को दिखाने की जरूरत हो?
#43. तेज सांस का फूलना या सांस लेने में परेशानी होना।
#44. त्वचा का रंग में बदलाव होना।
#45 . फ्लू का होना जिसमे बुखार बार बार आना और खांसी अधिक होना।
#46 . लाल चक्कते के साथ बुखार का आना।
#47 . खाने और पीना में परेशानी होना या खाना नहीं खाना।
#48 . रोते समय आंसू न आना।
#49 . बच्चो के साथ सर्दियों के मौसम का लाभ उठाएं
#50 . अपने बच्चे के साथ सर्दियों का मज़ा लीजिये।
सर्दियों के मौसम में बच्चे को लेकर थोड़ी चिंता तो होती हैं पर बच्चों को ठण्ड से बचाने के 50 आसान टिप्स को अपनाने के बाद आपकी चिंता कम करने में मदद मिलेगी और आप बेफिक्र होकर अपने बच्चे के साथ इस मौसम का मजा ले पाएंगी।
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