अनानास, स्पाइकी, स्वादिष्ट उष्णकटिबंधीय और पोषक तत्वों से भरपूर फल है. इस लेख में हम आपको एक सामान्य संदेह का उत्तर देंगे: क्या मैं अपने शिशु को पाइनेपल दे सकती हूं?
शुरुआत से ही अपने बच्चों को विभिन्न प्रकार के फल खिलाना अच्छा है ताकि वो बढ़े होने के दौरान भी इन फलों को खाते रहें. आपको बस यह सुनिश्चित करना है कि आप प्रत्येक फल को सही उम्र में सही तरीके से अपने बच्चे को खिलाएं और 3-दिन के नियम का पालन करें. हमने केले, संतरे, एवोकाडो, अंजीर, मस्कमेलन, चीकू और अनार के बारे में पहले से ही बात की है. आज हम कई माता-पिता से एक और फल से जुड़े सवाल का जवाब देने जा रहे हैं – क्या मैं अपने शिशु को पाइनेपल दे सकती हूं?
अनानस वास्तव में एक आकर्षक फल है. एक अनानास वास्तव में अनानस पौधे के सैकड़ों फूलों का समूह होता है जो फलों के कोर के चारों ओर एक साथ विलय करने वाले फलों का उत्पादन करता है. अनानास फसल के लिए तैयार होने के लिए लगभग 18 से 20 महीने का वक्त लेते हैं, और एक बार कटाई के बाद ये नहीं पकते. एक अनानास संयंत्र केवल एक ही फल पैदा करता है.
इस फल को पहली बार अमेरिका में यूरोपीय खोजकर्ताओं द्वारा पाया गया था, उन्होंने इसे “पाइनेपल” कहा क्योंकि ये पाइन शंकु जैसे दिखते थे. हवाई में दुनिया के एक तिहाई अनानास पैदा होता है . पोषक तत्वों के अलावा, अनानास में ब्रोमेलेन नामक एंजाइम भी होता है जो प्रोटीन को तोड़ सकता है. इस वजह से अनानास, मांस को टेंडर करने के लिए उपयोगी होता है. अनानास पीना कोलाडा नामक लोकप्रिय ड्रिंक में मुख्य तत्वों में से एक हैं.
पाइनेपल (अनानास) के पोष्टिक लाभ
- पाइनेपल (अनानास) में एंजाइम ब्रोमेलेन का उच्च स्तर होता है, जो एंटी इंफ्लेमेट्री और मांसपेशियों को आराम पहुंचाने में सहायक होता है.
- ब्रोमेलेन रक्त के अत्यधिक संग्रह को कम करने में भी मदद करता है
- अनानास में कम कैलोरी होती है और यह आहार फाइबर युक्त होता है जो पाचन में सहायता करता है
- अनानास खाने से ट्यूमर सैल्स को बढ़ने में मदद मिलती है जिससे कैंसर होने के चांसेज कम होते हैं
- इस फल में मेगनीज होता है जो हड्डियों को मजबूत बनाने और टिशू को जोड़ने का काम करते हैं. इससे हड्डियां मजबूत होती हैं
- अनानास में एंटीओक्सीडेंट्स और विटामिन सी की अधिक मात्रा होती है जिससे आंखों की रोशनी ठीक रहती है
- अनानास में मौजूद विटामिन सी से इम्यून सिस्टम को ताकत मिलती है. वहीं जुखाम के वक्त इसे खाने से कम कफ बनता है
- अनानास में मौजूद विटामिन सी और बेटा कैरोटीन से स्किन की हेल्थ मेंटेन रहती है
- अनानस में मौजूद विटामिन बी मस्तिष्क को बेहतर काम करने के लिए प्रोत्साहित करता है और इस प्रकार तनाव कम करने में सहायक होता है
- अनानास खाने से जी नहीं मिचलाता
- अनानास में मौजूद एस्ट्रींजेंट से गम टीशू मजबूत होते हैं और ढीले होते दातों की पकड़ को बनाए रखने में मदद करते हैं. साथ ही ये मुँह के कैंसर से भी बचाव करता है.
क्या मैं अपने शिशु को पाइनेपल दे सकती हूं?
इसका छोटा सा जवाब हां है. आप अपने शिशु को अनानास यानि की पाइनेपल दे सकते हैं लेकिन 6 महीने की उम्र के बाद. अमेरिका की पीडियाट्रिक्स द्वारा 2012 में जारी की गई गाइडलाइन के मुताबिक, 6 महीने से ज्यादा उम्र के शिशु ज्यादातर खाद्य पदार्थ बिना किसी रोक-टोक के खा सकते हैं. हालांकि, यदि शिशु का पाचन तंत्र नाजुक है या घर में किसी को पहले एलर्जी जैसी समस्या रह चुकी है तो ऐसे में शिशु को नए खाद्य पदार्थ 1 साल से पहले नहीं देने चाहिए.
एलर्जी रिस्क
माता पिता को शिशुओं को सिट्रस या अन्य एसिडिट खाद्य पदार्थ देने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए. सिट्रिक एसिड कई बार शिशुओं के पेट में जलन का कारण बनता है. इस वजह से हमेशा अपने शिशुओं को इन पदार्थों को देने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए और इसे छोटी अमाउंट देने के साथ शुरू करना चाहिए और फिर धीरे धीरे इसकी मात्रा को बढ़ाना चाहिए.
अनानास खाने से कुछ बच्चों का गला पक सकता है या उनके होंट पर सूजन आ सकती है या मूंह के आस-पास चकत्ते हो सकते हैं. इसके अलावा डायपर रैश, गैस या सूजन भी हो सकती है. अगर आप इनमें से किसी भी तरह के लक्षण देखती हैं तो तुरंत अपने पीडियाट्रिशियन से संपर्क करें. अगर बच्चे को सांस लेने में कठिनाई हो या हाइव विकसित हो तो तत्काल चिकित्सालय ले जाएं. ऐसे मामलों में, आपको दोबारा शिशु को अनानास देने से पहले कई महीनों तक इंतजार करना चाहिए और पहले बाल रोग विशेषज्ञ द्वारा हरी झंडी दिखाए जाने का इंतजार करना चाहिए.
बच्चों के लिए पाइनेपल चुनना और तैयार करना
खरीदते समय, ताजा गंध (स्टेम सूंघ कर देखें ) के साथ पीले फल चुनें. अनानास काटना थोड़ा मुश्किल हो सकता है, इसलिए एक तेज चाकू का उपयोग करें और इन स्टेप्स का पालन करें
- चाकू की मदद से सबसे पहले अनानास का ऊपरी और निचला हिस्सा कांट लें
- अनानास को सीधे पकड़ें और उसे ऊपर से नीचे की ओर उसका छिल्का उतारते हुए कांटे. इस प्रक्रिया को अनानास के सभी तरफ दोहराएं.
- हालांकि, इस दौरान बचने वाली जगह को आप आलू छीलने वाले चाकू की मदद से हटा सकते हैं.
- यदि आप चाहते हैं, तो आप चाकू या अनानस कोरर के साथ केंद्र में मोटी कोर को हटा सकते हैं.
बच्चे को परिपक्व, ताजा और रसदार अनानास खिलाना हमेशा बेहतर होता है क्योंकि इस चरण में उसमे सबसे अधिक पोषक तत्व होते हैं. पूरी तरह से पके हुए अनानास जल्दी खराब हो जाते हैं, इसलिए अगर इसे कमरे के सामान्य तापमान में रखा गया है तो इसे दो दिनों के भीतर खिलाया जाना चाहिए. हालांकि, यदि यह फ्रीज में रखा गया है तो एक सप्ताह के अंदर इसे खिलाया जा सकता है. बच्चे को कच्चा अनानास कभी न खिलाएं – वे जहरीले हो सकते हैं और उनसे उल्टी, पेट दर्द और दस्त हो सकते हैं.
शुरुआत में अनानास का कुछ चम्मच रस बच्चों के लिए पर्याप्त है. अगर आपको अनानास को मैश करना मुश्किल लगता है, तो आप इसे भाप या स्ट्यू कर सकते हैं. अनानास के फाइबरस वेजेस या टुकड़े शिशु के लिए खतरे का कारण बन सकते हैं, इसलिए शिशु को खिलाते समय सावधान रहें. अनानास दोनों मीठे और स्वादिष्ट व्यंजनों में अच्छी तरह से काम करते हैं, और अन्य अवयवों के साथ भी इसे शामिल जा सकता है. आम, केला, संतरे और अंगूर जैसे फल अनानस के साथ अच्छी तरह मिक्स किए जा सकते हैं.
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