आज विभिन्न सोशल वेबसाइट के कारण दुनिया भर की माएँ अपने छोटे नन्हें बच्चों को व्यस्त रखने के लिए विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों की सहायता ले रहीं हैं। आप अपने बच्चे को घर के अंदर खेल देना चाहतीं हैं या घर के बाहर खेले जाने वाले खेल की सूची चाहतीं हैं, गर्मी की छुट्टियाँ हों या कोई उत्सव मनाने का तरीका देखना हो, हर प्रकार की जानकारी, ये वेब साइट आपको दे सकतीं हैं। हम लाये है एक वर्ष से कम के बच्चों के लिए रचनात्मक खेल गतिविधियां जो आपके नन्हे को व्यस्त रखेंगी साथ ही उनके मोटर स्किल्स मैं भी सुधर करेंगी।
आपको भले ही यहाँ हर आयु वर्ग के लिए विभिन्न प्रकार की गतिविधियों की सूची और जानकारी मिल सकती है, लेकिन फिर भी एक छोटा सा समूह है जिसकी ओर इस साइट का भी ध्यान नहीं गया है। इसका कारन इस समूह की शारीरिक कौशल की सीमितता हो सकता है। क्या आपने पहचाना, हम किस समूह की बात कर रहे हैं ? यह नन्हें और नवजात शिशुओं का समूह है। इस छोटी सेना को इन्टरनेट का भूलना स्वाभाविक भी है , क्यूंकी यह नन्हें बच्चे अपना काम करने के लिए कोई चीज़ तो उठा नहीं सकते हैं बल्कि कुछ चीजों को फैलाने का काम जरूर कर सकते हैं। लेकिन इसके बावजूद कुछ गतिविधियां इस प्रकार की हैं जो आप इन नन्हे सिपाहियों के साथ कर सकतीं हैं और इन की मदद से बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में वृद्धि कर सकतीं हैं। इसके लिए आपको Pinterest पर भी खोज करने की जरूरत नहीं है। यहाँ हमने आपके लिए एक वर्ष से कम आयु के बच्चों के साथ किए जाने वाली 34 रचनात्मक खेल गतिविधियों की सूची तैयार की है।
एक वर्ष से कम के बच्चों के लिए रचनात्मक खेल गतिविधियां
मस्तिष्क संबंधी खेल गतिविधियां:
कुछ गतिविधि इस प्रकार की होतीं हैं जो बच्चे की ग्रहण क्षमता का विकास करके उसे स्वयं कुछ करने और खोजने के लिए उत्साहित करती है,उन्हें हम मस्तिष्क संबंधी गतिविधियों की श्रेणी में रखते हैं। यहाँ दी गयी गतिविधियों के माध्यम से न केवल नन्हें बच्चे की मांसपेशियाँ मजबूत होती हैं बल्कि शारीरिक कौशल क्षमता में भी सुधार आता है। इसके अतिरिक्त शिशु के रंग पहचानने, गहराई और क्षेत्र के आकलन की क्षमता में विकास होना सरल हो सकता है।
- सेंसरी बैग:
बच्चों के लिए सेंसरी बैग या थैली बनाना बहुत आसान काम है, इसे बनाने के लिए आप कोई भी विषय का चयन कर सकतीं हैं। बस इस बैग को बनाते समय बच्चे की सुरक्षा का खास ध्यान रखें जिससे वो इसके साथ खेलते समय पूरा आनंद ले सके।
- सेंसरी प्ले मैट:
बच्चों के खेलने के लिए तरह-तरह के आसन बहुत सरलता से मिल जाते हैं। लेकिन यह आसन थोड़ा अलग है क्यूंकी इसमें कुछ घंटियाँ और सीटियाँ लगाये गई हैं जिनको खींचने और धक्का देने में आपके बच्चे को बहुत आनंद आएगा। बस बच्चे के गले में न फंस जाएँ, इस बात का ध्यान रखें ।
- पानी का खेल:
बच्चों को पानी में खेलने में बहुत आनंद आता है, इसी बात को ध्यान में रखकर उन्हें यही खेल गर्मियों में खेलने को भी दिया जा सकता है। इसके लिए आपको बड़ा तालाब बनाने की जरूरत नहीं है, बल्कि आप एक सामान्य बेकिंग ट्रे भी इस काम के लिए ले सकतीं हैं। इस ट्रे में थोड़ा सा पानी और नन्हें के खेलने वाले सॉफ्ट टोय्स। जब यह खेल की तैयारी करें तो एक एक या दो मोटे तौलिये भी साथ में रखने की याद रखें ।
- सेंसरी बोतल:
सेंसरी बैग की भांति आप बोतल भी बना सकतीं हैं। इससे आपका प्यारा बच्चा बहुत देर तक व्यस्त रह सकता है। इसे आप अपनी पसंद के अनुसार बना सकतीं हैं। इन बोतलों में आप कुछ सजावट का छोटा समान जो अब इस्तेमाल नहीं हो रहा है, का भी इस्तेमाल का सकतीं हैं।
- खेलने वाला आटा:
अपने हाथों से किसी चीज को आकार देने में हर व्यक्ति को अनंत आनंद की प्राप्ति होती है। यही आनंद और संतुष्टि नवजात बच्चे भी प्राप्त कर सकते हैं। रंगबिरंगे रंगों में मिलने वाले खेलने वाले आटे बच्चों की ग्रहण क्षमता का भी विकास करता है। उस आटे को मसलने से बच्चों की उँगलियों का व्यायाम भी हो जाता है।
- पानी के मोती:
नन्हें प्यारे बच्चो की ग्रहण क्षमता को बढ़ाने और उन्हें व्यस्त रखने के लिए पानी के मोती या बीड्स भी उपयोगी होते हैं। बच्चों के लिए बने होने के कारण आपको इनके रंगों या रसायनों की चिंता करने की जरूरत नहीं है।
- गाजर और दूसरी सब्जी के छिलके :
एक दिन वो भी आयेगा जब आप अपने बच्चों को खाने से न खेलने की हिदायत देंगी। लेकिन आज हम आपको यही करने के लिए सुझाव दे रहे हैं। सब्जियों के छिलके बच्चों के हाथ में देने से उन्हें खेलने का आनंद भी आयेगा और सब्जियों के गुण और पोषण का अंश भी उनके शरीर में जाएगा। इस प्रकार आपको खिलोनों के माध्यम से रंग या कोई हानिकारक चीज बच्चे के शरीर में जाने का भय भी नहीं होगा ।
- बादल आटा:
बादलों जैसा सफ़ेद और अनाज से बना आटा, आपके प्यारों को मस्ती और पोषण एक साथ देने में सफल हो सकता है।
- रंगीन बर्फ :
गरमी के दिनों में ठंडी बर्फ से खेलना बच्चे से बड़ों तक का मनपसंद खेल होता है। इसी बात को ध्यान में रखकर आप रंग बिरंगी बर्फ क्यूब्स बना कर बच्चों को दें सकतीं हैं। पानी से भरे बर्तन में यह क्यूब डालने से पानी के बदलते रंग बच्चों की मुस्कान को बनाए रखने के लिए काफी होते हैं।
- खींचने वाला डिब्बा :
शायद आपको अचरच होगा की बच्चे खिलौनों से अधिक उनके डिब्बों को पसंद करके खेलना चाहते हैं। तो आप उनकी इसी पसंद को ध्यान में रखकर उसमें विभिन्नता लाकर बच्चों को खेलने के लिए दिया जा सकता है।
- हिलनेवाला इंद्र्धनुष:
नवजात शिशु स्वाभाविक संगीत प्रेमी होते हैं। तो क्यूँ न उन्हें अपना संगीत बनाने का अवसर दिया जाये। यह हिलनेवाला इंद्र्धनुष बहुत सरलता से बनाया जा सकता है और देखने में भी बहुत सुंदर लगता है।
कुछ अलग खेल गतिविधियां:
इन खेलों में भाग लेने से बच्चों के शारीरिक अंगों के हिलने से उनकी मांसपेशियों में विकास होता है जिससे उनके शारीरिक कौशल में सुधार भी हो जाता है और परिणामस्वरूप उनके गति क्षमता और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
- टमी टाइम आर्ट:
जन्म के बाद से लेकर कुछ महीने बाद तक नवजात शिशु अपने पेट पर ही लेट कर समय व्यतीत करना पसंद करते हैं, तो क्यूँ न उनकी इस पसंद को ही खेल का समान बना दें। कुछ निराकार कला के नमूनों को बना कर बच्चों को देने से उन्हें उसके साथ तरह-तरह से खेलने में भी मजा आ सकता है।
- गुब्बारा खेल :
गुब्बारे के साथ खेलना तो बच्चे ही वयस्क भी पसंद करते हैं। तो क्यूँ न एक गुब्बारा बच्चे के एक पैर के साथ बांध दें, उसको मारने की कोशिश में आपका छोटा पहलवान कसरत भी कर सकता है। साथ ही आँख और पैर में आपसी तालमेल भी अच्छा हो जाता है।
- बाधा कोर्स :
जब बच्चे थोड़ा भी चलना शुरू कर देते हैं तो उन्हें एक स्थान पर बिठाना कोई आसान काम नहीं होता है। इसके लिए आप उनके सामने कोई बाधा या रुकावट खड़ी कर दें जिसको हटाने के प्रयास में उनका मनोरंजन और व्यायाम दोनों ही सरलता से हो जाएँगे।
- शारीरिक कौशल:
अपने बच्चे को व्यस्त रखने, प्रसन्न रखने और उसके शारीरिक कौशल का विकास करने के लिए एक बहुत सरल खेल है। उसके सामने एक बोतल और एक स्ट्रौ रख दें , वह उस स्ट्रौ को बोतल में डालने का प्रयास करेगा और इस क्रम में उसके शारीरिक कौशल का विकास बड़ी सरलता से हो जाएगा।
- चूहे की पूंछ :
अपने बच्चे को एक नया खिलौना अपने हाथ से बना कर दें जिसमें एक पूंछ जैसा धागा किसी चीज में चिपका दें, अब आपका वीर इस पूंछ को खींचने की कोशिश में खुद भी आनंद लेगा और उसे खुश देखकर आप भी प्रसन्न हो सकेंगी।
- मसला हुआ अखबार :
रोज का अखबार पढ़ने के बाद उसे रद्दी की टोकरी में न डालें, बल्कि आपका नन्हा उसके साथ खेलने का इंतज़ार कर रहा है। उसके सामने वह अखबार रख दें, उसे कुचलने और मसलने में अपनी उँगलियों को वह व्यायाम दे रहा है, यह सिर्फ आप जानतीं हैं।
- झाग टब :
पानी से प्यार करने वाले बच्चों के लिए गर्मियों में खेलने के लिए एक और खेल हैं जिसमें एक छोटे टब में झाग बना कर अपने प्यारे बच्चे को खेलने के लिए छोड़ दें। उसको और खुशी मिलेगी अगर इसी टब में उसके कुछ मनपसंद खिलौने भी साथ होंगे।
- सेंसरी बाधा कोर्स :
आपने अपने बच्चे को बाधा खेल तो खेलना सीखा ही दिया है, अब उन्हीं बाधाओं को किसी न किसी आकार में बना दें। पुराने खेल को नए रूप में देखकर नन्हा खिलाड़ी बहुत आनंद से इस खेल में घंटों व्यस्त रहेगा।
- मज़ेदार टमी टाइम:
आप खेलने के लिए खेल ही नहीं भोजन के समय का भी उपयोग कर सकतीं हैं। बच्चे को दिये जाने वाले भोजन को भिन्न-भिन्न आकारों में दे सकतीं हैं। केवल इस बात का ध्यान रखें की यह आकार न तो आसानी से टूट जाएँ और न ही सख्त होकर उसके गले में फंस जाएँ ।
- लपको और भागो:
बच्चे हर चीज को अपनी पकड़ में लेना चाहते हैं। पहले मुंह से और फिर हाथों की सहायता से वो हर चीज को पकड़ना चाहते हैं। तो आइये उनकी इसी कोशिश को खेल में बदल देते हैं। कुछ चीजें उनकी पहुँच से थोड़ा बाहर रख कर उन्हें पकड़ने का बच्चों को मौका दें। और आप दूर से नन्हें योद्धा की कोशिश को सफल होते देखकर उसके साथ आप भी खुश हो लें ।
- मकड़ी जाले की खोजी बास्केट:
इस खेल के लिए अपने घर में से कोई भी बास्केट ले कर उसमें कुछ मनपसंद चीजें रख दें। अब आपका बच्चा इन चीजों को निकालने की कोशिश करेगा। लेकिन इस खेल को रोमांचक बनाने के लिए बास्केट पर धागे का मकड़ी जाला बना दें। खेल का यह रूप नन्हा खिलाड़ी जरूर पसंद करेगा ।
- छलनी खोज :
हर बच्चा अपने खिलौनों से कम बल्कि रसोई के बर्तनों से खेलना अधिक पसंद करता है। तो आइये उसकी यह इच्छा पूरी करते हैं। एक प्लास्टिक की छलनी और कुछ प्लास्टिक के नरम पाइप उसे दे दें। अब वो इन पाइपों को छलनी में लगाने की कोशिश में लगा रहेगा और अंजाने में अपने हाथों का व्यायाम का रहा है यह सिर्फ आप जानतीं हैं ।
- बॉल से खेलें :
इस खेल की तैयारी के लिए नजदीक के स्टोर से मध्यम आकार की बॉल लेकर उसे एक खाली बर्तन में रख कर बच्चे को दे दें। बस वो इन बॉल को निकाल कर खेलता रहेगा और प्रसन्न रहेगा ।
नन्हें “कहान” के लिए शर्लिन पिमेन्ता के खेल
मेरी घनिष्ठ मित्र शेर्लिन एक वर्षीय बेटे “कहान” की माँ है। यहाँ मैं कुछ वो खेल आपके साथ बाँट रही हूँ जो शेर्लिन ने अपने बेटे के लिए बनाए थे और इसमें उन्हें बहुत आनंद भी आता था ।
- तस्वीर की दीवार :
बच्चे के कमरे की दीवार पर कुछ तसवीरों के खांचे चिपका दें और जब किसी समय लाइट चली जाये तो टॉर्च की सहायता से उसके ज्ञान की परीक्षा लें “यह क्या है”। बच्चा इस खेल से अपना ज्ञान बढ़ा रहा है और अपनी प्रस्न्न्ता ।
- लटकते खिलौने :
बच्चों की परवरिश करते समय आप एक अच्छी शोधार्थी बन जातीं हैं। इसी ज्ञान के आधार पर आप इस खेल को बनाने के लिए आपको कुछ खिलौने और जूतों के पुराने फीते ले सकतीं हैं। एक मेज़ पर फीतों से खिलौने लटका दें और बच्चे के साथ खेल का आनंद लें ।
- अंडा बॉल :
इस खेल के लिए आपको असली अंडे नहीं बल्कि अंडे की खाली ट्रे चाहिए। छोटी प्लास्टिक की बॉल को इस खाली ट्रे में रखने का खेल बच्चे को खेलते हुए देखें और खुश हो लें ।
- टिकिया बनाओ :
आपकी नन्ही राजकुमारी आपकी तरह रसोई का काम करना चाहती है। आप उसकी यह इच्छा भी पूरी कर सकतीं हैं और खेल भी खिला सकतीं हैं। आलू का थोड़ा सा मिक्स्चर जिसमें नमक और मसाला बच्चे की सहनशक्ति के बराबर हो, उसे दें और टिक्की बनाने का उसे तरीका इशारे से बताएं। अब वो उसकी बनाई हुई टिक्की आपको खाने को मिलेगी या उसके अपने पेट में वो जाएगी, यह तो समय ही बताएगा ।
- पाइप खेल :
वाशिंग मशीन का पाइप हो या बागवानी के पानी का पाइप , बच्चे इनसे खेलना पसंद करते हैं। आप उनके इस खेल में रोमांच भरने के लिए इन पाइपों से आसानी से गुजरने वाले खिलौने भी उसके सामने रख दें और उसको अपनी सफलता पर खुश होता देखकर आप भी प्रसन्न हो सकतीं है।
- खाना ढूंढो :
छोटे बच्चों का सबसे मनपसंद खेल तब होता है जब उनके सामने किसी भी प्रकार से खाना या खाने की कोई वस्तु आती है। तो क्यूँ न उनकी इस पसंदीदा खेल को उन्हें खेलने दें। इस तरह उनके स्वाद में भी वृद्धि होती है।
- रंगो का खेल :
छोटे बच्चों को रंगों की पहचान करवाने के लिए अलग-अलग रंग के खिलौने उनके सामने रख दें और फिर उनसे उनकी पहचान करवाएँ। रंगों से पहचान करवाने का यह सबसे आसान तरीका है ।
बच्चों के खेल के विभिन्न आइडिया :
- 6-18 महीने के बच्चों के खेल :
जब बच्चे 6-18 महीने की आयु में होते हैं तो उनके खेल के लिए विभिन्न शैक्षिक खिलौने मिलते हैं। आपको कुछ विशेष नहीं करना है बस उन्हें सब जगह फैला दें।
- संगीत बनाएँ :
आपका नन्हा बच्चा जन्मजात संगीतकार है, इस बात का अहसास आपको है। बस घर में धागों और एक खाली ट्रे की सहाता से बना गिटार उसे दें और उसके संगीत का आनंद लें ।
इसके अलावा हमारी बनाई हुई विभिन्न बच्चों के खेलने वाली 10 गतिविधियां की सूची को देख सकतीं हैं। अब आपके पास बहुत सारे आइडिया हैं और इन सभी खेलों से आपके बच्चे को बोर होने का टाइम नहीं मिलेगा!!!
आपको बच्चे का खेलना शुभ हो !
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